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पीएम मोदी ने दिया भरोसा: कैंसर से पीड़ित ब्रिगेडियर की बहन ने PM से मांगी हेल्प, मोदी ने किया कॉल
jantaserishta.com
19 Dec 2021 4:58 AM GMT
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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा (Lieutenant General DS Hooda) को अपनी बहन के इलाज के लिए हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है. पीएम मोदी ने शनिवार को लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा से बात की. उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) से पीड़ित उनकी बहन सुषमा हुड्डा (Sushma Hooda) की मदद के लिए एक नई दवा की मंजूरी और खरीद में तेजी लाई जाएगी.
दरअसल, हुड्डा की भाई-बहनों ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री से दवा के संबंध में अपील की थी. शनिवार दोपहर को सुषमा हुड्डा ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि वह प्रधानमंत्री मोदी से बड़ी उम्मीद के साथ हस्तक्षेप करने और भारतीय बाजार के लिए दवा ट्रोडेलवी की जल्द से जल्द मंजूरी और खरीद सुनिश्चित करने का अनुरोध कर रही हैं क्योंकि यह उन्हें और कई अन्य लोगों को यह नई जिंदगी प्रदान करेगा.
अपनी बहन के ट्वीट का हवाला देते हुए पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने ट्विटर पर कहा, 'सुषमा हुड्डा मेरी बहन हैं, जो कई सालों से कैंसर की मरीज हैं और उम्मीदें धीरे-धीरे कमजोर पड़ती जा रही है. अगर नई दवा (ट्रोडेलवी) को मंजूरी मिलती है तो उनके साथ कई लोगों को बचाने का एक मौका मिल सकता है.' कुछ घंटे बाद डीएस हुड्डा ने ट्विटर पर कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय से फोन आया था और उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से बात की. पीएम ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.
हुड्डा ने कहा, 'उनके (प्रधानमंत्री) फोन और जवाब से सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि मामले पर गौर किया जाएगा. एक भारतीय होने और प्रधानमंत्री के व्यक्तिगत हस्तक्षेप पर मुझे गर्व है.' जब 2016 में 'सर्जिकल स्ट्राइक' (Surgical Strike) हुई थी तब लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा भारतीय सेना की उत्तरी कमान (Northern Command of Indian Army) के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ थे. उन्होंने 2019 में राष्ट्रीय सुरक्षा पर देश के लिए एक दृष्टि पत्र तैयार करने के संबंध में कांग्रेस पार्टी (Congress) द्वारा गठित एक टास्क फोर्स (Task Force) का नेतृत्व किया था.
I start this tweet with admitting that I have a personal interest. @SushmaHooda is my sister, a cancer patient of several years with dwindling hope. Keeping sentiments aside approval of the new drug may give a fighting chance of survival to many like her. @PMOIndia @rajnathsingh https://t.co/EKF2CR8Pji
— Lt Gen D S Hooda (@LtGenHooda) December 18, 2021
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