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PM मोदी ने बिल्डिंग हादसे पर जताया दुख, मृतकों के परिवारों को दो लाख रुपए देने की घोषणा

Kunti Dhruw
10 Jun 2021 9:06 AM GMT
PM मोदी ने बिल्डिंग हादसे पर जताया दुख, मृतकों के परिवारों को दो लाख रुपए देने की घोषणा
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई के मलाड वेस्ट में इमारत गिरने से जान गंवाने वाले लोगों के प्रति दुख जताया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई के मलाड वेस्ट में इमारत गिरने से जान गंवाने वाले लोगों के प्रति दुख जताया और मृतकों के परिवारवालों को 2 लाख रुपए आर्थिक मदद देने की घोषणा की है. बुधवार देर रात हुए इस हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हुई है और 7 लोग घायल हैं. मरने वालों में 8 बच्चे शामिल हैं. बीएमसी के अधिकारी ने बताया कि मलवनी इलाके में अब्दुल हमीद रोड के न्यू क्लेक्टर कम्पाउंड में बुधवार रात करीब सवा 11 बजे यह हादसा हुआ.

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने ट्विटर पर पीएम मोदी के बयान को लिखा, "दुख की इस घड़ी में, मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ है. मैं घायल हुए लोगों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से मृतकों के परिवारवालों को 2 लाख रुपए की मुआवजा राशि दी जाएगी. साथ ही घायल लोगों को 50,000 रुपए की मदद की जाएगी."

महाराष्ट्र के मंत्री असलम शेख ने कहा कि इमारत गिरने की घटना में मृतकों के परिवारों को मुआवजे के रूप में 5 लाख रुपए दिए जाएंगे. मुंबई के एडिशनल पुलिस कमिश्नर दिलीप सावंत ने कहा कि बुधवार रात से 18 लोगों का रेस्क्यू किया गया है. पुलिस घटना की जांच करेगी और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि इमारत को निर्माण अवैध रूप से किया गया था और अब ठेकेदार से पूछताछ की जा रही है. शहर के पी-नॉर्थ वार्ड के कार्यवाहक वार्ड अधिकारी संतोष धोंडे ने बताया कि तीन मंजिला इमारत की दूसरी और तीसरी मंजिल पास के एक मंजिला मकान पर गिर गई.
मलबे में कुछ और लोगों के फंसे होने की आशंका- अधिकारी
बीएमसी के अधिकारी ने बताया कि दमकल विभाग और अन्य एजेंसियों के कर्मी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव एवं तलाश अभियान शुरू किया. उन्होंने बताया कि हादसे में 8 बच्चों और 3 वयस्क लोगों की मौत हो गई है. 7 अन्य घायल हुए हैं और उनमें से एक की हालत गंभीर है. मलबे से निकाले गए घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मृतकों की पहचान, साहिल सरफराज सैय्यद (9), आरिफा शेख (9), शफीक मोहम्मद सलीम सिद्दीकी (45), तौसीफ शफीक सिद्दीकी (15), आलीशा शफीक सिद्दीकी (10), अल्फीसा शफीक सिद्दीकी (डेढ़ वर्ष), आफिना शफीक सिद्दीकी (6), इशरत बानो शफीक सिद्दीकी (40), रहीसा बानो रफीक सिद्दीकी (40), तहेस शफीक सिद्दीकी (12) और जॉन इरन्ना (13) के तौर पर हुई है.
महानगरपालिका और दमकल विभाग के अधिकारियों के अनुसार, कुछ और लोग भी मलबे में फंसे हो सकते हैं और उनकी तलाश जारी है. बीएमसी के अनुसार, ढह गई इमारत कलेक्टर की जमीन पर स्थित थी और इसके मालिक को स्थायी संरचना के निर्माण के दौरान कलेक्टर कार्यालय से अनुमति मिली थी.
इमारत के ठेकेदार और मालिक के खिलाफ केस दर्ज
वहीं ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर (कानून व्यवस्था) विश्वास नांगरे पाटिल ने पत्रकारों को बताया कि इमारत का निर्माण गैरकानूनी तरीके से किया गया था और इसके ढांचे में गंभीर खामियां थी. पाटिल ने बताया कि पिछले महीने चक्रवाती तू्फान ताउते के कारण इमारत को काफी नुकसान पहुंचा था. अगर उचित एहतियाती कदम उठाए गए होते तो बुधवार को हुआ यह हादसा टल सकता था.
पुलिस अधिकारी ने कहा, '' हमने IPC की धारा 304 के तहत मामला दर्ज किया है और उचित कार्रवाई करेंगे.'' अधिकारी ने बताया कि इमारत के ठेकेदार और मालिक के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जा रहा है. पूछताछ के लिए ठेकेदार को हिरासत में ले लिया गया है.
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