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पीएम मोदी ने ITBP के 60वें स्थापना दिवस पर जवानों को दी बधाई, कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण को 100वीं जयंती पर उन्हें भी किया याद

Renuka Sahu
24 Oct 2021 6:15 AM GMT
पीएम मोदी ने ITBP के 60वें स्थापना दिवस पर जवानों को दी बधाई, कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण को 100वीं जयंती पर उन्हें भी किया याद
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फाइल फोटो 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत तिब्बत सीमा पुलिस के स्थापना दिवस पर रविवार को बल के कर्मियों को बधाई दी.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के स्थापना दिवस पर रविवार को बल के कर्मियों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि जब भी देश को उनकी जरूरत पड़ी उन्होंने अदम्य साहस व समर्पण के साथ जवाब दिया. ITBP की स्थापना चीन के साथ 1962 के युद्ध के बाद की गई थी और इसमें करीब 90,000 जवान हैं.

पीएम मोदी ने आईटीबीपी के 60वें स्थापना दिवस पर ट्वीट कर कहा, ''अरूणाचल प्रदेश के घने जंगलों से लेकर हिमालय की बफीर्ली चोटियों तक हमारे आईटीबीपी के हिमवीरों ने देश के आह्वान पर अदम्य साहस व समर्पण दिखाया है.'' बल के कर्मियों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा,''आपदा के समय बल की ओर से किए गए मानवीय कार्य सराहनीय हैं.''
आईटीबीपी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की पांच शाखाओं में से एक है.यह उत्तरी सीमाओं पर निगरानी रखता है और सीमा उल्लंघन को रोकता है.यह अवैध आव्रजन, सीमा पार से तस्करी इत्यादी की निगरानी करता है और देश में शांति बनाए रखने में अहम भूमिका का निर्वाह करता है।
कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण को 100वीं जयंती पर किया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बहुमुखी प्रतिभा के धनी व प्रख्यात कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण को उनकी 100वीं जयंती पर याद किया. पीएम ने कहा कि अपनी रचनाओं के जरिए उन्होंने तत्कालीन सामाजिक व राजनीतिक सच्चाई को सुंदरता से प्रस्तुत किया.प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ''आर के लक्ष्मण की 100वीं जयंती पर मैं उन्हें याद कर रहा हूं.अपने कार्टूनों के जरिए उन्होंने तत्कालीन सामाजिक व राजनीतिक सच्चाई को सुंदरता से प्रस्तुत किया.''
पीएम मोदी ने वर्ष 2018 में टाइमलेस लक्ष्मण नाम की पुस्तक के लोकार्पण के अवसर पर दिए गए अपने भाषण का एक वीडियो भी साझा किया. 24 अक्टूबर 1921 को कर्नाटक के मैसूर में जन्मे लक्ष्मण एक प्रमुख व्यंग्य चित्रकार थे और अपनी रचनाओं के जरिए उन्होंने आम आदमी की पीड़ा और सामाजिक विकृतियों को सामने रखने के साथ ही राजनीतिक व्यवस्था पर भी तंज कसे. उन्हें पद्म भूषण और पद्म विभूषण जैसे सम्मानों से नवाजा जा चुका है.


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