यूपी। उत्तर प्रदेश में चौथे चरण के चुनाव के बाद अब पांचवें चरण के लिए राजनीतिक दल जोर शोर से चुनाव प्रचार कर रहे हैं. इसी कड़ी में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कौशांबी पहुंचे जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया. पीएम मोदी ने इस दौरान उस वाकये का जिक्र किया जहां समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव मंच पर भगवान बुद्ध की प्रतिमा को स्वीकार ना करते हुए दिखाई दिए. पीएम मोदी ने अखिलेश पर वार करते हुए कहा कि, "मैंने कौशांबी का एक वीडियो देखा जहां ये परिवारवादी दलितों का अपमान कर रहे थे."
पीएम मोदी ने जनता से कहा, "इन परिवारवादियों ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा को नहीं स्वीकारा जो केवल उनका नहीं बल्कि दलितों, पिछड़ों और गरीबों का अपमान है." उन्होंने आगे कहा कि, "इन लोगों ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा को लेने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई लेकिन चांदी का मुकुट देखते ही उसे लपक लिया." बता दें, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस पूरे घटनाक्रम की वीडियो को शेयर करते हुए कहा, "श्री अखिलेश यादव जी भगवान तथागत गौतम बुद्ध से इतनी नफ़रत क्यों करते हो, क्या यह भी नई सपा का चरित्र है!"
विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, "कौशांबी महाभारत, रामायण, पुराणों तक में प्रसिद्ध नगरी है. लेकिन घोर परिवारवादियों के राज में कौशांबी को विकास के लिए तरसा दिया गया. ये हमारी डबल इंजन की सरकार है, जो पूरी ईमानदारी से कौशांबी के विकास में जुटी है. कौशांबी को बौद्ध सर्किट से जोड़ने का काम भी हमारी सरकार ने ही किया है. कौशांबी में ही राम वन गमन पथ योजना का काम भी तेजी से चल रहा है. हम कौशांबी सहित पूरे प्रदेश की समृद्धि, प्रगति और संस्कृति के लिए काम कर रहे हैं." पीएम मोदी ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि, पहले की सरकारों में गरीब के लिए भेजा अनाज माफिया के पास पहुंच जाता था. दुकान के सामने कब राशन बांटने की तारीख लिखी और कब राशन खत्म हो गया एक गरीब को पता ही नहीं चलता था. उनके मंत्री, सांसद, विधायक यह सारे परिवारवादी टोलियां गरीबों का राशन लूटने में शामिल रहते थे.
इतना ही नहीं पीएम मोदी ने यहां भी आतंकवाद का जिक्र किया और कहा कि, इन लोगों को राष्ट्र के सम्मान से जुड़ी हर बात से दिक्कत है. आजादी के बाद राष्ट्र को मजबूती देने का सबसे बड़ा काम किसी ने किया तो वो सरदार पटेल ने किया. सरदार पटेल जी के सम्मान में हमने उनकी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बनवाई है. ये लोग आतंक के सामने आंख पर पट्टी बांधकर बैठ जाने वाले लोग हैं. ये लोग देशहित को दांव पर रखकर वोट खोजते रहते हैं, इसलिए ये आतंक को कभी खत्म नहीं कर सकते.