पीएम किसान सम्मान निधि योजना- राज्य के 11.88 लाख किसानों की ई-केवाईसी के लिए 15 जनवरी
जयपुर । प्रमुख शासन सचिव, सहकारिता, श्रीमती श्रेया गुहा ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए 15 जनवरी, 2024 तक पीएम किसान विशेष सेचुरेशन अभियान प्रारंभ किया गया है। अभियान के दौरान योजना के लाभ से वंचित पात्र किसानों को योजना से जोडने एवं योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाई जाएगी।
श्रीमती गुहा सोमवार को सहकार भवन में वीसी के माध्यम से योजना की जिलेवार अभियान की प्रगति की समीक्षा कर रही थी। उन्होंने कहा कि सेचुरेशन अभियान के दौरान पंजीकृत किसानो के शेष रहे कार्यों यथा भूमि सत्यापन, बैंक खाते को आधार से जोड़कर डीबीटी हेतु अनेबल कराना एवं ई-केवाईसी भी करवाई जा सकेगी।
प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि सभी संबंधित जिला अधिकारी एक सप्ताह में ई-केवाईसी का अभियान जिले में चलाएं तथा किसानों को जागरूक करें। उन्होंने निर्दंेश दिए कि प्रदेश में लगभग 4.50 लाख स्वपंजीकरण कराने वाले किसानों का सत्यापन नहीं हुआ है। जिसमें से 3 लाख 92 हजार 894 पंजीकरण तहसील स्तर पर तथा 56 हजार 868 जिला स्तर पर लंबित है। उन्होंने कहा कि चुनाव संबंधी कार्य समाप्त हो चुका है। अतः इस कार्य को तत्परता से पूर्ण करे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 66.92 लाख किसानों में से 61.61 लाख किसानों का भूमि सत्यापन एवं बैंक आधार सीडिंग हो चुका है तथा 49.93 लाख किसानों का ई-केवाईसी हो चुका है। जबकि 11.88 लाख किसानों का ई-केवाईसी एवं 5.30 लाख किसानों का बैंक आधार सीडिंग होना बाकी है। उन्होंने किसानों से भी आग्रह किया कि वे मोबाइल एप, ई-मित्र, आईबीपी के द्वारा ई-केवाईसी एवं बैंक आधार सीडिंग शीघ्र करवाए ताकि जनवरी माह में आगामी किश्त का लाभ मिल सके।
श्रीमती गुहा ने कहा कि आने वाले समय में विकसित भारत संकल्प यात्रा राजस्थान में प्रत्येक ग्राम पंचायत पर पहुंचेगी। इस दौरान किसानों के पीएम किसान से जुड़े कार्यो को पूर्ण करने में सहयोग प्रदान करे। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर नोड़ल अधिकारी बनाए ताकि किसानों को मदद मिल सके एवं उनके पीएम किसान से संबंधित स्टेटस का पता चल सके।
इस अवसर पर रजिस्ट्रार सहकारिता श्री मेघराज सिंह रतनू, राज्य स्तरीय सहायक नोड़ल अधिकारी पीएम किसान श्री संजय पाठक उपस्थित थे एवं जिलों से अतिरिक्त जिला कलेक्टर एवं जिला नोड़ल अधिकारी वीसी से जुड़े हुए थे।