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जिंदगी से खिलवाड़: कोरोना पॉजिटिव बच्चे की रिपोर्ट 3 दिनों में आया निगेटिव, सीएमओ के जवाब से भड़के परिजन

Admin2
1 Jun 2021 1:10 PM GMT
जिंदगी से खिलवाड़: कोरोना पॉजिटिव बच्चे की रिपोर्ट 3 दिनों में आया निगेटिव,  सीएमओ के जवाब से भड़के परिजन
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कोरोना का कहर

हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के भटौली गांव में एक बच्चे की कोविड-१९ जांच के दो जगह अलग-अलग टेस्टिंग रिपोर्ट आने का मामला सामने आया है. जिला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए सैंपल में इस बच्चे को पॉजिटिव बताया गया. जबकि बच्चे को कोई सिम्पटम न होने के चलते जब परिजनों ने तीन दिन बाद पंजाब के नंगल में इसका सैंपल सेकंड ऑपिनियन के तौर पर करवाए तो वहां बच्चे की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई. बताया जा रहा है कि इस बच्चे के पिता पहले संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद पूरे परिवार के लोगों की टेस्टिंग की गई.

स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई इस टेस्टिंग के दौरान परिवार के सभी सदस्यों की रिपोर्ट नेगेटिव रही जबकि बच्चा पॉजिटिव पाया गया. बच्चे के परिजनों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते उन्हें मानसिक परेशानी से गुजरना पड़ा है. उन्होंने दावा किया कि उनके बच्चे में कोई लक्षण नहीं था. लिहाजा उसकी गलत रिपोर्ट जिला के स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन्हें प्रदान की गई है.

ऊना जिला के भटौली गांव में एक ही बच्चे के कोरोनावायरस की जांच के लिए जुटाए गए सैंपल की अलग-अलग रिपोर्ट सामने आई है. बच्चे के परिजनों ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने गलत रिपोर्ट देकर उन्हें मानसिक परेशानी में डाला है. कुछ दिन पूर्व ही इस बच्चे के पिता पॉजिटिव पाए गए थे. इसके बाद 25 मई को कांटेक्ट ट्रेसिंग के तहत पूरे परिवार के सैंपल स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच के लिए जुटाए गए. परिवार के सभी सदस्यों की रिपोर्ट नेगेटिव रही जबकि केवल 11 साल के बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई.

बच्चे में किसी भी प्रकार का लक्षण न होने पर परिजनों ने 28 मई को पंजाब के नंगल में दोबारा से सैंपल करवाने का फैसला लिया. नंगल में की गई टेस्टिंग के दौरान बच्चे की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई. 72 घंटों के भीतर की गई टेस्टिंग में दो अलग-अलग रिपोर्ट आने से क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. बच्चे के चाचा विनय ने दावा किया है कि उनके भतीजे में कोई लक्षण न होने पर भी उन्हें पॉजिटिव करार दिया गया. उन्होंने कहा कि उनके भतीजे की गलत रिपोर्ट उन्हें सौंपी गई है. अगर बच्चा पॉजिटिव था तो पंजाब में इसकी रिपोर्ट नेगेटिव कैसे आई.

वहीँ सीएमओ ऊना डॉ. रमन शर्मा ने कहा कि बच्चे की दोबारा टेस्टिंग तीन दिन बाद हुई है. इसलिए हो सकता है कि बच्चे में संक्रमण का वायरल लोड कम होने के चलते दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आई हो. वहीं उन्होंने कहा कि दूसरा कारण सही तरीके से सैंपल न लेना भी रिपोर्ट नेगेटिव आने का कारण हो सकता है. सीएमओ ऊना ने परिजनों को बच्चे की दोबारा टेस्टिंग करवाने की सलाह दी है.

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