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देश के कोने-कोने तक वैक्सीन पहुंचाने का प्लान तैयार...प्रत्येक वाहन के साथ होगा पहरा...एस्कॉर्ट करेगी पुलिस...जाने विस्तार से
jantaserishta.com
11 Jan 2021 11:55 AM GMT
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ANI
कोरोना वायरस का वैक्सीनेशन पूरे देश में 16 जनवरी से शुरू होने जा रहा है. वैक्सीनेशन के लिए तैयारियां राज्यों में जहां जोरो पर है, वहीं देशभर में वैक्सीन भेजे जाने के लिए भी पूरी तैयारी है. वैक्सीन के परिवहन के लिए वाहनों का बेड़ा तैयार खड़ा है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि वैक्सीन निर्माता को अभी भी सरकार से खरीद के आदेश का इंतजार है.
बताया जाता है कि सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड की पूरे देश में आपूर्ति के लिए पुणे के ट्रांसपोर्टर को चुना गया है. पुणे के ट्रांसपोर्टर कूल-एक्स इंटरगेटेड कोल्ड चेन लिमिटेड को भारत भर में वैक्सीन के परिवहन के लिए चुना गया है. देशभर में 16 जनवरी से शुरू हो रहे वैक्सीनेशन के पहले चरण के लिए सीरम इंस्टीट्यूट की करीब 2 करोड़ 20 लाख कोविशील्ड वैक्सीन ले जाई जानी है.
ट्रांसपोर्टर कूल-एक्स कोल्ड चेन लिमिटेड के निदेशक कुणाल अग्रवाल ने आजतक से बात करते हुए देश में सभी कोरोना वैक्सीन फार्मास्यूटिकल्स की ओर से शॉर्टलिस्ट किए जाने पर खुशी जताई और कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है. उन्होंने बताया कि आज यानी 11 जनवरी को छह पूरी तरह एयर कंडीशंड कंटेनर ट्रक सीरम इंस्टीट्यूट जा रहे हैं, जहां से कोविशील्ड के कंटेनर लोड होने हैं.
अग्रवाल ने बताया कि बहुत हद तक संभव है कि कोविशील्ड के कंटेनर लोड करने के बाद इन कंटेनर्स को शाम तक रवाना कर दिया जाए. उन्होंने बताया कि प्रत्येक कंटेनर में कोविशील्ड के 280 से 300 बॉक्स रखे जाएंगे. हालांकि, हैरानी की बात यह है कि वैक्सीन के परिवहन के लिए वाहनों का बेड़ा तैयार खड़ा है लेकिन निर्माता को अब भी केंद्र सरकार से खरीद के आदेश का इंतजार है.
कूल-एक्स के निदेशक ने बताया कि कोरोना वायरस की वैक्सीन लेकर जा रहे प्रत्येक वाहन को सशस्त्र पुलिस के जवान एस्कॉर्ट करेंगे. संभावना जताई जा रही है कि सीरम इंस्टीट्यूट से आज हरियाणा के करनाल, उत्तर प्रदेश के झांसी, दमन, सिलवासा, गुजरात के गांधीनगर, सूरत, वडोदरा, राजकोट के लिए वैक्सीन भिजवाई जाएगी. दो ट्रक वैक्सीन लेकर पुणे एयरपोर्ट भेजे जाएंगे. बताया जा रहा है कि देश में 15 जगह वैक्सीन की आपूर्ति हवाई मार्ग से की जाएगी. अन्य स्थानों पर वैक्सीन सड़क मार्ग से ही भेजी जानी है.
कूल-एक्स का स्वामित्व राहुल और कुणाल अग्रवाल के पास है. राहुल बताते हैं कि इसकी स्थापना उनके पिता ने साल 1946 में की थी. कूल-एक्स के पास फार्मास्यूटिकल्स उत्पाद के परिवहन की विशेषज्ञता सी है. कूल-एक्स पिछले 25 साल से फार्मास्यूटिकल्स की भारत के विभिन्न हिस्सों और नेपाल में परिवहन कर रही है. उन्होंने बताया कि पिछले 10 महीने में कूल-एक्स ने अलग-अलग फार्मा कंपनियों की कोरोना टेस्टामेंट दवाओं का परिवहन किया है.
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