बीजेपी उम्मीदवार के रोड शो में पॉकेटमारी, तीन आरोपी गिरफ्तार
यूपी। मेरठ में बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल के रोड शो के दौरान दर्जन भर से ज्यादा लोगों के पर्स, मोबाइल और पैसे चोरी हो गए. जिसके बाद पीड़ित लोगों ने थाने पहुंचकर इसकी शिकायत पुलिस से की. मामले में तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि चोरी करने वाला ये गैंग दिल्ली से आया था. फिलहाल, जांच-पड़ताल जारी है. मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है.
दरअसल, मेरठ में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर 22 अप्रैल को बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल का रोड शो हुआ. अरुण गोविल ने टीवी सीरियल रामायण में 'राम' का किरदार निभाया था. इस रोड शो में 'रामायण' के लक्ष्मण (सुनील लहरी) और 'सीता' (दीपिका चिखलिया) भी शामिल हुई थीं. इस दौरान भारी भीड़ उमड़ी. भीड़ का फायदा उठाकर कुछ शातिरों ने चोरी की घटना को अंजाम दे डाला. उन्होंने एक, दो नहीं बल्कि दर्जनों लोगों को अपना शिकार बनाया. मेरठ शहर में आयोजित इस रोड शो में चोरों ने धावा बोल दिया और दर्जन भर से ज्यादा लोगों के मोबाइल और पर्स चोरी कर लिए. जिन लोगों के मोबाइल और पर्स चोरी हुए उसमें बीजेपी कार्यकर्ता और कुछ मीडियाकर्मी भी थे. कुछ महिलाओं के भी पर्स चोरी हुए हैं. जिसके बाद एक-एक कर पीड़ित लोग मेरठ के नौचंदी थाना पहुंचने लगे और शिकायत दर्ज कराने लगे.
मिली जानकारी के मुताबिक, बीजेपी के पश्चिम क्षेत्र के संयोजक आलोक सिसोदिया का भी मोबाइल फोन चोरी हो गया है. कुछ व्यापारी भी चोरों का शिकार बने हैं. एक पीड़ित शख्स ने बताया- "मैं दुकान पर बैठा हुआ था. अरुण गोविल जी का काफिला आ रहा था. वहां काफी भीड़ थी. जय श्री राम का नारा लगाकर वापस आया और देखा तो पैसे गायब. एक रुपये भी नहीं था. 36 हजार रुपये थे." बताया गया कि भीड़ का फायदा उठाकर कुछ अराजक लोग रोड शो में घुस गए और उन्होंने देखते ही देखते घटना को अंजाम दे डाला. इसी बीच तीन लोग पकड़े गए जिनके पास से चोरी के कुछ मोबाइल भी बरामद हुए हैं. पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया है, जो कि दिल्ली के रहने वाले बताए जा रहे हैं. उनके पास से एक गाड़ी भी बरामद हुई है.
मामले में सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी ने बताया कि तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. वे दिल्ली के रहने वाले हैं. इन लोगों के पास से कुछ मोबाइल भी बरामद हुए हैं. फिलहाल, जांच-पड़ताल की जा रही है. पकड़े गए लोगों पर मुकदमा लिखकर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.