आपने बहुत से लोग ऐसे देखे होंगे जिन्हें कुत्ते पालने का शौक होता है और वह किसी इंसान से ज्यादा करीब कुत्ते के होते हैं। देखा जाए तो कुत्ते को सबसे वफादार जानवर कहा जाता है क्योंकि अगर आप उसे प्यार देंगे तो वो भी आपको उतना ही प्यार करेगा। इस बात से भी मुंह नहीं फेरा जा सकता है कि इंसान से ज्यादा वफादार कुत्ते होते हैं लेकिन हाल ही में मध्य प्रदेश से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुन आप भी सोच में पड़ जाएंगे।
दरअसल मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के एक किसान ने अपनी संपत्ति बेटे और बेटियों को नहीं बल्कि अपने कुत्ते के नाम कर दी। इस मामले के बाद आपके दिमाग में एक बार तो बॉलीबुड फिल्म 'एंटरटेनमेंट' की कहानी आई होगी। आपको बता दें कि किसान के कुत्ते का नाम जैकी है। खबरों की मानें तो किसान पिता अपने बेटे के बुरे व्यवहार से काफी दुखी है। उनका ख्याल बच्चों से ज्यादा उनका कुत्ता जैकी रखता है। वह एक दूसरे से काफी क्लोज भी हैं। 50 वर्षीय ओम नारायण वर्मा ने यह साफ-साफ कहा है कि जैकी ही उसकी संपत्ति का हकदार होगा।
आपको बता दें कि ओम नारायण वर्मा ने दो शादियां की हैं। पहली पत्नी से उसकी तीन बेटियां और एक बेटा है। दूसरी पत्नी से दो बेटियां हैं। ओम वर्मा ने अपनी संपत्ति अपने बच्चे करने से बेहतर यह समझा कि वह इसे अपने कुत्ते के नाम कर दें। अपने पालतू कुत्ते के तो उन्होंनो संपत्ति दी ही है वहीं साथ में उन्होंने बाकी संपत्ति का आधा हिस्सा अपने दूसरी पत्नी के नाम किया है।
ओम प्रकाश 21 एकड़ जमीन के मालिक हैं और उन्होंने अपने पालतू कुत्ते को अपनी पैतृक संपत्ति का कानूनी उत्तराधिकारी नामित किया है। उन्होंने अपनी वसीयत में लिखा है कि ,' मेरी सेवा मेरी दूसरी पत्नी और पालतू कुत्ता करता है इसलिए मेरे जीते जी दोनों मेरे लिए सबसे ज्यादा प्रिय है। इसलिए मेरे मरने के बाद मेरी पूरी संपत्ति और जमीन-जायदाद के हकदार दूसरी पत्नी चम्पा वर्मा और पालतू कुत्ता जैकी होगा। साथ ही कुत्ते की सेवा करने वाले को जायदाद का अगला वारिस माना जाएगा।