राजस्थान सरकार ने 1 सितंबर से 50% क्षमता के साथ स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय खोलने की अनुमति दी है. यहां सरकार ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक के लिए 1 सितंबर से स्कूलों को संचालन की अनुमति दी है. सरकार ने स्कूलों के जरूरी नियम ये लागू किया है कि स्कूली बच्चों के लिए कैब, बस ऑटो के चालकों को कम से कम पहली खुराक के साथ 14 दिन पहले टीका लगवाना आवश्यक है. बता दें कि राज्य में बीते साल मार्च से स्कूल बंद हैं. राज्य में कोचिंग संस्थानों को भी 1 सितंबर से शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक गतिविधियों दोनों के लिए 50% क्षमता के साथ परिचालन करने की अनुमति दी गई है. साथ ही पूरे स्टाफ को दोनों खुराक का टीकाकरण करने की शर्त पर इन्हें खोलने के निर्देश हैं.
अन्य राज्यों में भी स्कूल खोलने की तैयारी
बिहार में प्राइमरी से लेकर हायर सेकंडरी तक यानी कक्षा 1 से 10 तक के सभी स्कूलों को अगस्त के दूसरे सप्ताह से खोलने की उम्मीद है. राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के बयान के अनुसार अगर राज्य में स्थितियां अनुकूल रहीं तो अगस्त के दूसरे सप्ताह से स्कूल खोलने की खातिर आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में फैसला लिया जाएगा. बता दें कि यहां 11वीं और 12वीं के स्कूल जुलाई में ही खोले जा चुके हैं. पंजाब में भी कोरोना के मामले काफी कम हुए हैं. इसलिए राज्य में फिलहाल 26 जुलाई से कक्षा 10, 11 और 12 के स्कूल खुल रहे हैं. लेकिन राज्य में इसे लेकर अलग ही नियम लागू है. यहां सिर्फ उन्हीं टीचर्स और स्टाफ को स्कूल में एंट्री मिलेगी जो पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके होंगे. स्टूडेंट्स स्कूल आएं या नहीं, इसपर पैरंट्स का निर्णय अंतिम होगा.
बता दें कि आईसीएमआर और तमाम स्वास्थ्य विशेषज्ञ दूसरी लहर के बाद बच्चों के लिए स्कूल खोलने की सिफारिश कर चुके हैं. एम्स निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने भी कहा है कि छोटे बच्चे कोविड-19 से लड़ने में कहीं ज्यादा सक्षम हैं. कई राज्य इसी का हवाला देकर स्कूल खोल रहे हैं. ये प्रोटोकॉल लागू होगा.