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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान
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पिथौरागढ़: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में भारी बरसात ने जमकर तबाही मचाई है। बारिश के बाद नदियां उफना गईं हैं। धारचूला में भारी बारिश से काली नदी का प्रवाह शुक्रवार रात को कुछ देर के लिए रुक गया था। नेपाल की ओर स्लाइड होकर नदी में मलबा पहुंच जाने के बाद खतरा बढ़ गया है।
37 घरों में मलबा घुसा है। एक महिला की मकान के मलबे में दबकर मौत हो गई है। धारचूला में बीती रात 1 बजे से भारी बारिश के बाद काली नदी उफान में आ गई। इस दौरान नेपाल की तरफ से हुए भूस्खलन के बाद कुछ देर के लिए नदी का प्रवाह थम गया। बताया जा रहा है की पानी अधिक भर जाने के बाद नदी ने नेपाल की तरफ रुख मोड़ा।
पिथौरागढ़ धारचूला में बारिश से आफत देखते ही ढह गया पूरा मकान कई घरों में घुसा मलवा। एक महिला भी लापता। राहत बचाव दल मौके पर #barish #Uttarakhand #pithoragarh #NewsUpdate #PushkarSinghDhami pic.twitter.com/7g9WGj4rwQ
— Ashok (@AshokSemwal7) September 10, 2022
इससे खोतीला में 37 घरों में मलबा घुसने से लाखों का नुकसान हुआ है। एक महिला की घर के मलबे में दबकर मौत हो गई है। तीन वाहन भी मलबे में दब गए हैं। जिला मुख्यालय से भी रेस्क्यू टीम रवाना हो गई है। स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुट गया है। जबकि, नेपाल के छापली में भारी बारिश से भारत के धारचूला में भी जमकर तबाही मची।
अतिवृष्टि के बाद पहाड़ी से गिरे मलबे ने काली नदी का प्रवाह रोक दिया, जिससे यहां नदी में झील बन गई। झील बनने से खोतिला गांव खतरे में आ गया। नेपाल के छापली में 11 लोग लापता बताए जा रहे हैं। वहीं धारचूला के ऐलधारा में भी भूस्खलन होने से खड़ी गली व मल्ली बाजार के 12 से अधिक मकानों में मलबा घुस गया।
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