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लोग हुए बेबस लाचारी, बेटी की मौत के बाद एंबुलेंस भी नहीं हुई नसीब तो बाइक पर शव ले गया पिता

Apurva Srivastav
27 April 2021 3:06 PM GMT
लोग हुए बेबस लाचारी, बेटी की मौत के बाद एंबुलेंस भी नहीं हुई नसीब तो बाइक पर शव ले गया पिता
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लाचारी इतनी कि कोई चाह कर भी मदद को आगे नहीं आ पा रहा।

प्रदेश ही नहीं पूरे देश में लाचारी और बेबस का आलम हर रोज देखने को मिल रहा है। कहीं ऑक्सीजन की कमी तो कहीं इलाज के अभाव में लोग अपनों की गोद में ही दम तोड़ रहे हैं। कोरोना काल में हो रही मौतों के चलते लोग एक-दूसरे के पास जाने से भी कतरा रहे हैं। सरकारी सिस्टम की लापरवाही के चलते तीमारदार अपनों के शव या तो रिक्शा पर ले जा रहे हैं या फिर बाइक पर। लाचारी इतनी कि कोई चाह कर भी मदद को आगे नहीं आ पा रहा। ऐसा ही एक मामला यूपी के फिरोजाबाद जिले से सामने आया है। यहां सांस लेने में समस्या आने पर अपनी बेटी को लेकर टूंडला से फिरोजाबाद के सरकारी ट्रामा सेंटर में आए पिता को मायूसी हाथ लगी। उसको वार्ड में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी के चलते भर्ती करने से मना कर दिया। पिता के हाथों में ही उसने दम तोड़ दिया। बाद में बाइक से ही शव को पिता साथी की मदद से लेकर चला गया।

मामला टूंडला के जरौली कला का है। यहां के शिवनारायण की बेटी (15) की तबियत खराब हुई थी। बेटी को सांस लेने में दिक्कत आई तो वह अपने एक साथी की मदद से बाइक पर बिठाकर सरकारी ट्रॉमा सेंटर आया। यहां पर ऑक्सीजन की लगवाने के लिए पिता ने गुहार लगाई ताकि बेटी की जान बच सके। चिकित्साकर्मियों ने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं हैं इसलिए वे ऑक्सीजन नहीं लगा पाएंगे। काफी मिन्नतों के बीच बेटी को हाथों में पकड़े शिवनारायण की एक नहीं सुनी। इसके बाद बेटी ने दम तोड़ दिया। शिवनारायण ने बताया कि शव गांव ले जाने को सरकारी एंबुलेंस के लिए फोन किया था लेकिन एंबुलेंस नहीं मिली। इसके बाद बाइक पर ही शव को बीच में रखकर साथी की मदद से गांव लेकर गया।


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