प्रतीकात्मक फोटो
इस इंसानी दुनिया की भागमभाग में कब कौन कहां क्या बेचता-खरीदता मिल जाए? कह पाना मुश्किल है. हाल-फिलहाल तो जिस हैरतअंगेज चीज की खरीद-फरोख्त का जिक्र मैं यहां कर रहा हूं उसे बेचने वाली एक लड़की है, जो बोतल में पैक करके एक कप पीले पानी को 'तरल सोना' (Liquid Gold Sale) बताकर खुलेआम बेच रही थी, मात्रा में इस एक कप कथित सोने के पानी की कीमत भारतीय मुद्रा (Indian Currency) में थी पांच हजार दो सौ रुपए. अगर कोई ग्राहक इस पानी को सोना पानी (Liquid Gold) समझकार ज्यादा मात्रा में खरीदता तो उसे बाकायदा डिस्काउंट भी दिया जा रहा था.
यह अलग बात है कि इस नकली 'तरल सोने' की खरीद-फरोख्त की इनसाइड स्टोरी जब जमाने के सामने आई, तो उसे खरीदने वालों ने अपना माथा पीट लिया. इसे खरीदने वालों को खुद ही कम-अक्ली पर जो शर्मिंदा होना पड़ा सो अलग. जिस महिला ने लोगों को बोतल में भरकर तरल सोने के नाम पर जो बेचा, वो चीज ही ऐसी थी कि, जिसके बारे में सुनकर उसे खरीदने वालों को अपना सिर पीटना ही था. इस करतूत को अंजाम देने वाली महिला का नाम है कैक्टस कुटी. कैक्टस मूल रुप से एक अमेरिकी महिला है. हालांकि कैक्टस से पहले भी एक अमेरिकन महिला ने अपना फार्ट बेचकर लाखों रुपए कमा लेना का दावा किया था.
बाद में पता चला कि स्टेफनी मट्टो नाम की उस महिला को ऑनलाइन फार्ट बेचने का अपना वो धंधा बंद करना पड़ गया था. क्योंकि अत्यधिक फार्ट से उनकी सेहत खराब होती जा रही थी. जिसके चलते स्टेफनी को एक बार तो अस्पताल तक में भर्ती होना पड़ गया था. फिलहाल कैक्टस कुटी नाम की जिस महिला को लेकर अमेरिका में अब बवाल मचा है उसने 'डेली स्टार' से खुद ही अपनी करतूत का खुलासा किया है. महिला ने बताया कि वो लिक्विड सेव में जो तरल पदार्थ 'तरल सोना' बताकर बेच रही थी, दरअसल उसका तरल सोने से दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं था. वो तो महज उस महिला का अपना यूरिन है.
जिसे वह एक कप की मात्रा में बोतल में पैक करके 5200 रुपये प्रति बोतल बेच रही थी, और लोग उसके यूरिन को धड़ल्ले से तरल सोना समझकर खरीद भी रहे थे. जो ग्राहक कैक्टस कुटी से ज्यादा मात्रा में खरीदारी करना चाहता, उसे अच्छा खासा डिस्काउंट भी दिया जा रहा था. इस खबर के बाद से देश-दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है. खबरों की मानें तो एक ग्राहक ने तो कैक्टस कुटी के उस यूरिन को फ्रीज करके उसका 'आइस पोप' तक बना डाला था. पूछताछ के दौरान महिला ने बताया कि, उसके यूरिन का रंग हू-ब-हू तरल गोल्ड से मिलता जुलता था. इसलिए उसने उसे बोतल में पैक करके बेचना शुरू कर दिया था.