जौनपुर में सोमवार की दोपहर कैश वैन लूटने पहुंचे बदमाशों से मुकाबले में गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अपनी जान देकर गार्ड ने बैंक के रुपये बचा लिये। घटना के बाद जो वीडियो सामने आए हैं उन्हें देखकर लगता है कि गार्ड को बचाया जा सकता था। वारदात के तत्काल बाद गार्ड को अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो उसकी जान बच सकती थी। बदमाशों से मुकाबला करने वाला गार्ड गोली खाने के बाद एटीएम के गेट पर ही कराहता रहा। बदमाश भाग चुके थे लेकिन न तो गार्ड के साथियों और न ही आम लोगों ने उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया। भारी भीड़ गार्ड के चारों तरफ जुटी रही और गोली लगने से घायल होकर कराहते गार्ड का वीडियो बनाती रही। कुछ लोग ऐसे भी रहे जो गार्ड को कहां गोली लगी है, इसका मुआयना करते रहे। किसी ने गार्ड को उठाने और तत्काल किसी अस्पताल पहुंचाने की कोशिश नहीं की।
जौनपुर के धनियामऊ बाजार में इंडिया वन का एटीएम है। यहां दोपहर करीब तीन बजे कैश वैन के साथ कर्मचारी रुपये भरने पहुंचे थे। कर्मचारी वैन से कैश लेकर एटीएम रूम में दाखिए हुए, तभी एक बाइक पर तीन नकाबपोश बदमाश पहुंचे और गोली चलाने लगे। कैश वैन के साथ चल रहे गार्ड ने साहस दिखाते हुए बदमाशों पर गोली चला दी। गोली चलते ही बदमाश सहम गए और खुद को बचाते हुए गार्ड को भी गोली मार दी। एकनाली बंदूक लिये गार्ड दोबारा गोली लोड नहीं कर सका और बदमाश हवाई फायरिंग करते हुए भाग निकले।
बदमाशों के भागते ही लोगों की भीड़ जुट गई। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई। इधर गोली से घायल गार्ड एटीएम के गेट पर ही कराहता रहा। भीड़ में शामिल लोग बजाए उसे अस्पताल पहुंचाने उसकी वीडियो बनाते रहे। कुछ लोग यह देखते रहे कि गोली कहां लगी है। मौके पर पहुंची पहुंची पुलिस ने घायल गार्ड को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बक्शा पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अगर किसी भी वाहन से आम लोगों ने पहले ही गार्ड को तत्काल किसी भी अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी।