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अयोध्या (ए/नेट डेस्क)। प्राण प्रतिष्ठा के एक दिन बाद मंगलवार को राम मंदिर के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खुल गए हैं। इसके साथ ही अयोध्या धाम में भक्तों का रेला लग गया। रामनगरी में हर तरफ श्रद्धालुओं का सैलाब सा उमड़ा दिख रहा है। रामलला के दर्शन को रात से ही लम्बी लाइनें लगी हैं। …
अयोध्या (ए/नेट डेस्क)। प्राण प्रतिष्ठा के एक दिन बाद मंगलवार को राम मंदिर के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खुल गए हैं। इसके साथ ही अयोध्या धाम में भक्तों का रेला लग गया। रामनगरी में हर तरफ श्रद्धालुओं का सैलाब सा उमड़ा दिख रहा है। रामलला के दर्शन को रात से ही लम्बी लाइनें लगी हैं। प्रदेश और देश के कोने-कोने से रामलला के दर्शन के लिए आए श्रद्धालु बड़ी संख्या में राम मंदिर के बाहर मौजूद हैं। हर कोई रामलला का दर्शन पाने के लिए उत्सुक है और उत्साह पूर्वक यहां अपनी खुशी का प्रदर्शन कर रहा है। सबकी चाहत है कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली ही सुबह उसे दर्शन मिले और वह रामलला का पूजन कर सके। मुंबई से अपने परिवार के साथ दर्शन के लिए पहुंची एक महिला श्रद्धालु ने एएनआई से कहा, हम यहां तीन दिन से रूके हुए हैं, दर्शन करके ही जाएंगे। एक अन्य श्रद्धालु ने कहा, ये भीड़ सदा रहेगी और रहनी भी चाहिए। भारत धर्म की भूमि है। राममंदिर के बाहर तड़के दो बजे से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटने लगे थे। मंदिर के मुख्य द्वार के सामने लम्बी कतारों में खड़े भक्त लगातार 'जय श्री राम' के नारे लगा रहे हैं। इसी उद्घोष के साथ वे मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं। देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने का सिलसिला जारी है। बाहर से आ रहे भक्तों के अलावा बड़ी संख्या में अयोध्यावासी भी दर्शन के लिए आ रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार भक्तों की भारी भीड़ के चलते अयोध्या के होटल-लॉज हाउसफुल हो गए हैं।
देशभर में मना दीपोत्सव, दिवाली से ज्यादा फूटे पटाखें अयोध्या
पूरा देश भगवान श्री राम की भक्ति में डूबा हुआ है। वर्तमान में पूरे भारत में 150 मिलियन भारतीय दिवाली से भी अधिक उत्साह के साथ रामोत्सव दिवाली मनाते हैं। राम दिवाली भारत और दुनिया भर में मनाई जाती है।
संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भी मनाई राम की दिवाली: छग भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ और कद्दावर नेता धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल आज अयोध्या में श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पावन अवसर में राजधानी रायपुर के विभिन्न धार्मिक स्थलों में आयोजित रामोत्सव समारोह में शामिल हुए। मंत्री श्री अग्रवाल दूधाधारी मठ स्थित राम दरबार, सदर बाजार स्थित मंदिर एवं आकाशवाणी चौक स्थित काली मंदिर में पूजा-अर्चना की और समस्त प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने श्रद्धालुओं को रामोत्सव की बधाई देते हुए मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया। साथ ही उन्होंने प्रदेश की जनता से आह्वान किया कि सभी अपने घरों में दिया जलाएं और दीपावली जैसा उत्सव मनाएं।
एक लाख आठ हजार दिए जलाकर अरुण वोरा ने मनाई राम दिवाली: अयोध्या में आज श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर देश भर में उत्सव का माहौल है। दुर्ग भिलाई में भी जश्न और उल्लास के साथ रामोत्सव मनाया जा रहा है। भिलाई के एसएनजी विद्या मंदिर सेक्टर 4 में राम लला प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज शाम को एक लाख 8 हजार दीप जलाए गए। वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण वोरा, भिलाई नगर निगम के एमआईसी मेंबर सीजू एंथोनी, एसएनजी विद्या मंदिर के अध्यक्ष वीके बाबू सहित सैकड़ों लोग इस अवसर पर मौजूद थे। उल्लास के साथ सैकड़ों की संख्या में गुब्बारे छोड़े गए।
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने राम मंदिर में की महाआरती, मनाई श्री राम की दिवाली: छोटे-छोटे परस्पर मत रहते हैं, छोटे-छोटे विवाद रहते हैं। उसे लेकर लड़ाई करने की आदत छोडऩी पड़ेगी।' भागवत ने कहा, 'सत्य कहता है कि सभी घटकों राम हैं। हमें समन्वय से चलना होगा। हम सबके लिए चलते हैं, सब हमारे हैं, इसलिए हम चल पाते हैं। आपस में समन्वय रखकर व्यवहार रखना ही सत्य का आचरण। करुणा दूसरा कदम है, जिसका मतलब है सेवा और परोपकार।' योगी ने कहा कि रामलला सिहांसन पर बैठ रहे हैं। भारत को इसी दिन की प्रतीक्षा थी। रामलला की क्षवि बिल्कुल वैसी है जैसा तुलसीदास ने कहा था। भाग्यवान है आज की पीढ़ी जो इस पल के साक्षी बन रहे हैं। आज पूरी दुनिया अयोध्या के वैभव के निहार रही है।
इससे पहले वोरा ने आज शाम के समय अपने निवास पर दीप जलाकर उत्सव मनाया। धर्मपत्नी मंजू वोरा के साथ वोरा ने अपने निवास पर दीप जलाकर देशवासियों को बधाई दी। वोरा ने कहा कि भगवान राम सबके अराध्य हैं। छत्तीसगढ़ कौशल्या माता का मायका है। यहीं पर वनवास के दौरान भगवान राम ने शबरी माता के झूठे बेर खाए। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा होने से माता कौशल्या की धरती पर उल्लास और उत्सव मनाया जा रहा है। इस अवसर पर समस्त छत्तीसगढ़वासियों का अभिनंदन। वोरा ने कहा कि हमारा समाज समतापूर्ण रहा है। अनेकता में एकता के सूत्र वाक्य के साथ भारत में सभी धर्मों के लोग निवास करते हैं। प्रभु राम ने कभी किसी के बीच भेदभाव नहीं किया। उन्होंने वनवासियों का आतिथ्य स्वीकार किया। शबरी माता के झूठे बेर खाए। यही हमारी संस्कृति है। आज हम सबके लिए गौरव का दिन है।
भारत और पूरे विश्व में राम दिवाली मनाई जा रही है पूरे देश में हर जगह हर शहर में जनता से रिश्ता के संवाददाताओं से जो जानकारी आ रही है और जो फोटोग्राफ और वीडियो प्राप्त हो रहे हैं। उसके अनुसार इस वक्त दिवाली से भी ज्यादा पटाखे और आतिशबाजी भारतभर में हर शहरों में की जा रही है। 500 वर्ष के इतिहास में कभी भी भारत में इस तरीके की दिवाली नहीं मनाई गई जो आज पूरे भारत में 150 करोड़ के ज्यादा की जनता के बीच में दिवाली का महाउत्सव बड़ी धूमधाम से मनाई जा रही है। और यह दिवाली श्री राम की दिवाली के नाम से भी प्रख्यात होते जा रही है। पिछले साल जो दीपावली मनाई गई। उसके मुकाबले इस साल के शुरुआत में ही दिवाली मनाई जा रही है। इसका फैलाव पूरे राज्यों से लेकर कस्बों और गांव में भी होता दिख रहा है पूरे हिंदुस्तान के छोटे बड़े नेता चाहे वह किसी भी पार्टी के हो अपने-अपने स्तर में राम दिवाली का उत्सव मनाते दिखे।
हीरा व्यापारी ने रामलला को भेंट किए सोना और हीरे जडि़त 11 करोड़ का मुकुट
राम मंदिर में विराजमान रामलला को लेकर लोग काफी उत्साहित हैं. रामभक्त जहां रामलला को कई उपहार चढ़ा रहे हैं, वहीं सूरत के एक कारोबारी ने 11 करोड़ की लागत से खास मुकुट तैयार किया है. सूरत के कारोबारी मुकेश पटेल ने भव्य मंदिर में स्थापित भगवान राम की मूर्ति के लिए 11 करोड़ रुपये का मुकुट चढ़ाया है. 11 करोड़ स्वर्ण और हीरे जडि़त मुकुट अर्पण: जिस घड़ी का सभी राम भक्तों को इंतजार था वह आ गई है, वहीं भक्त खुद भगवान राम के प्रति अपनी भावनाएं और भक्ति दिखा रहे हैं. सूरत की ग्रीनलैब डायमंड कंपनी के मुकेशभाई पटेल ने अपनी कंपनी में भगवान राम के लिए 6 किलो का मुकुट तैयार किया है, जिसमें सोना, हीरे और नीलम शामिल हैं। मुकेश पटेल ने कहा, भगवान राम ने सब कुछ दिया है. भगवान वर्षों से इंतजार कर रहे थे और अब उन्होंने कर्ज चुकाने के लिए यह पेशकश की है. मैं अयोध्या में हूं और दर्शन के लिए आया हूं. यह मेरे लिए अद्भुत क्षण है. लगता है जीवन सफल हो गया. इस मुकुट की खास बात यह है कि यह रत्नों से जड़ा हुआ है। इस मुकुट का वजन 6 किलोग्राम है जिसमें साढ़े चार किलोग्राम सोने का इस्तेमाल किया गया है। इस मुकुट में माणिक, हीरा, मोती, मोती, नीलमणि आदि छोटे-बड़े रत्न रखे गये हैं। इस मुकुट को बनाने के लिए कंपनी के दो कर्मचारी सूरत से विशेष विमान से अयोध्या पहुंचे और भगवान श्रीराम लला की मूर्ति की नापजोख करने के बाद सूरत आकर मुकुट बनाने में जुट गए.
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