देहरादून: दो पीसीएस परीक्षाओं के आयोजन के बीच समय अंतराल न्यूनतम करने के लिए उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने निर्णय लिया है कि अभ्यर्थियों को राज्य सिविल सेवा के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराने के दृष्टिगत अब पीसीएस परीक्षा का आयोजन प्रतिवर्ष होगा। इसकी शुरूआत करते हुए आगामी पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2023 को माह जुलाई 2023 में कराया जाना प्रस्तावित किया गया है। इसे परीक्षा कैलेंडर-2023 में सम्मिलित किया गया है।
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने सोमवार को यह महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आगामी पीसीएस परीक्षा-2023 से परीक्षा पाठ्यक्रम को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा के पैटर्न के अनुसार करते हुए आयोग द्वारा परीक्षा पाठ्यक्रम को अनुमोदन दे दिया गया है। उक्त अनुमोदित परीक्षा पाठ्यक्रम पैटर्न से उत्तराखंड राज्य के युवाओं को राज्य सिविल सेवा के साथ-साथ अखिल भारतीय सिविल सेवा की तैयारी करने में भी महत्वपूर्ण मदद मिलेगी।
समानांतर परीक्षाओं का भी आयोजन: अध्यक्ष डॉ. कुमार के अनुसार, आयोग समानांतर तौर पर भी अन्य परीक्षाओं का आयोजन सुनिश्चित कर रहा है। आगामी 5 मार्च को कनिष्ठ सहायक परीक्षा का आयोजन राज्य के लगभग 412 परीक्षा केंद्रों पर होगा, जिसमें 145239 परीक्षार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया जाना है। 09 अप्रैल को वन आरक्षी परीक्षा 617 केंद्रों पर होगी, जिसमें 206431 परीक्षार्थी होंगे। 23 अप्रैल को सहायक लेखाकार परीक्षा होगी। उत्तराखंड न्यायिक सेवा (सिविल जज) परीक्षा 2023 हेतु फरवरी-2023 में ही रिक्ति विज्ञापन जारी करते हुए 30 अप्रैल 2023 को प्रारम्भिक परीक्षा आयोजन किया जाना प्रस्तावित है।
आरक्षण का अनुपालन: आयोग के अध्यक्ष के अनुसार, राज्य सरकार द्वारा उत्तराखंड की अधिवासित महिलाओं हेतु क्षैतिज आरक्षण के संबंध में जो उत्तराखंड लोक सेवा (महिलाओं के लिए क्षैतिज आरक्षण) अधिनियम, 2022 जारी किया गया है, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा समस्त परीक्षाओं में उसका नियमानुसार अनुपालन सुनिश्चित किया जा रहा है