उत्तर प्रदेश. हरदोई के मेडिकल कॉलेज में एक मरीज के ऑपरेशन के कुछ देर बाद मरीज की मौत हो गई. इसके बाद उसके परिजनों ने जमकर हंगामा किया. करीब तीन घंटे तक परिजनों का तांडव मेडिकल कॉलेज में चलता रहा.पुलिस ने किसी तरह आक्रोशित परिजनों समझा-बुझाकर शांत कराया. साथ ही पर आरोपी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.
जानकारी के मुताबिक, सुरसा थाना क्षेत्र के पचकोहरा गांव के रहने वाले 35 साल के संतोष गुप्ता ने हरदोई मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर हरप्रीत सिंह और डॉ अरविंद शर्मा को दिखाया था. संतोष के भाई हरिओम गुप्ता का आरोप है डॉक्टरों के कहने पर उन्होंने अपने भाई को हाइड्रोसील और हर्निया का ऑपरेशन कराने के लिए मंगलवार की सुबह मेडिकल कालेज में भर्ती कराया था.
डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने के लिए दस हजार रुपये की मांग की. इसके बाद डॉक्टरों ने सात हजार तुरंत ले लिए. बाकी पैसा बाद में देने को कहा गया. हरिओम का यह भी आरोप है कि डॉक्टर लगातार पैसे मांगते रहे. साथ ही धमकी दी कि पूरा पैसा नहीं दिया, तो ऑपरेशन गड़बड़ कर दिया जाएगा. ऑपरेशन के पूरे पैसे न देने पर जानबूझकर डॉक्टर ने भाई संतोष की हत्या कर दी है. संतोष की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया और इमरजेंसी वार्ड से शव ले जाने से मना कर दिया. परिजनों के हंगामे के बाद अस्पत्ताल में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर इमरजेंसी छोड़कर भाग गए.
मामले में सीओ सिटी विनोद द्विवेदी ने बताया, "सोमवार को डॉक्टर के परामर्श के बाद दिनांक 4 अप्रैल को पचकोहरा के रहने वाले संतोष गुप्ता को एडमिट कराया गया था. इसके बाद डॉक्टरों ने हर्निया और हाइड्रोसील का ऑपरेशन किया. करीब 2:30 बजे के लगभग उनकी डेथ हो गई. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने लापरवाही बरती है. परिजनों से लिखित तहरीर ले ली गई है. आगे जांच करके कार्रवाई की जाएगी."