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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
बागपत: बागपत में दिल्ली-शामली रेल मार्ग पर यात्रियों का जान जोखिम में डालकर ट्रेनों की छतों पर बैठकर यात्रा करने का वीडियो वायरल हुआ है. इसमें मार्ग पर इलेक्ट्रिक लाइन होने के बावजूद यात्री ट्रेन की छत पर सवार दिखाई दे रहे हैं. यात्रियों का कहना है कि ट्रेनों की कमी के चलते मजबूरन उन्हें जान जोखिम में डालकर यात्रा करनी पड़ रही है. वहीं, रेलवे अधिकारी का कहना है कि चेतावनी देने के बावजूद भी यात्री नहीं मानते.
बता दें, दिल्ली शामली वाया सहारनपुर रेल मार्ग व्यस्ततम मार्ग है. कोरोना काल से पहले इस पर 24 ट्रेनें अप और डाउन चल रही थीं. साल 2020 के मार्च में देश में कोरोना का प्रकोप होने पर इन सभी ट्रेनों को बंद कर दिया गया. साथ ही मार्ग पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने के लिए इलेक्ट्रिक लाइन लगाने का काम शुरू कर दिया गया.
साल 2022 के शुरू में इलेक्ट्रिक लाइन लगने का काम पूरा होने के बाद मार्ग पर 4 ट्रेनें चलाई गईं. ये ट्रेनें सहारनपुर शामली बागपत और गाजियाबाद के यात्रियों की संख्या के मुकाबले ऊंट के मुंह में जीरे के समान ही हैं. इन चारों जिलों के 10,000 से अधिक लोग दिल्ली और नोएडा आदि शहरों में नौकरी करते हैं. वे रोजाना सुबह के समय ढंग से दिल्ली और नोएडा जाते हैं. शाम को वहां से ट्रेनों के माध्यम से वापस लौटते हैं. जिससे मार्ग पर चलने वाली तीनों ट्रेनों में यात्रियों की इस कदर भीड़ हो जाती है कि कोच में पैर रखने की भी जगह नहीं मिलती.
हाल ही में इसी मार्ग की एक ट्रेन का वीडियो वायरल हुआ है. इसमें यात्री जान जोखिम में डालकर ट्रेन की छत पर बैठे दिखाई पड़ रहे हैं. वीडियो खेकड़ा लोनी के बीच का बताया जा रहा है.
उधर, खेकड़ा स्टेशन मास्टर किशोर कुमार गुप्ता का कहना है कि जब हम ट्रेन चलाते हैं तो उस समय छत पर कोई नहीं होता. पर हो सकता है कि बाद में लोग चढ़ जाते हों. लोगों को ट्रेन के अंदर जगह नहीं मिल पाती, जिस वजह से वे ट्रेन के ऊपर बैठ जाते हैं. प्रशासन से ये मांग की जा रही है कि अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जाएं और वहां से आश्वासन भी मिला है. जल्द ही इस समस्या के समाधान की उम्मीद है.
jantaserishta.com
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