पटना। लोक जनशक्ति पार्टी में चल रही खींचतान के बीच अब पहली बार चिराग पासवान ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने एक ट्वीट कर पशुपति पारस को लिखे कुछ पुराने पत्र साझा किए. इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए मैंने प्रयास किए लेकिन असफल रहा. पार्टी मां के समान है और मां के साथ धोखा नहीं करना चाहिए. लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है. आगे उन्होंने लिखा कि पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूं.
गौरतलब है कि इससे पहले एलजेपी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें सूरभान सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष चुन लिया गया है. जानकारी के अनुसार आने वाले पांच दिनों में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा. अब सूरभान सिंह की अध्यक्षता में बैठक होगी और आने वाले दिनों में जल्द ही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो सकती है.