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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छात्रों से परीक्षा पर चर्चा (PM Narendra Modi Pariksha Pe Charcha) कर रहे हैं
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छात्रों से परीक्षा पर चर्चा (PM Narendra Modi Pariksha Pe Charcha) कर रहे हैं. इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में किया जा रहा है, जहां पीएम मोदी स्टूडेंट्स से सीधा संवाद कर रहे हैं. इस कार्यक्रम के लिए 15 लाख से ज्यादा पैरेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है और कार्यक्रम के दौरान 20 बच्चे प्रधानमंत्री मोदी से सवाल पूछेंगे.
परीक्षा पर चर्चा पीएम मोदी का प्रिय कार्यक्रम
परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा, 'ये मेरा बड़ा प्रिय कार्यक्रम है, लेकिन कोरोना के कारण बीच में मैं आप जैसे साथियों से मिल नहीं पाया. मेरे लिए आज का कार्यक्रम विशेष खुशी का है, क्योंकि एक लंबे अंतराल के बाद आप सबसे मिलने का मौका मिल रहा है.'
अनुभव को बनाएं अपनी ताकत: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, 'त्योहारों के बीच में एग्जाम भी होते हैं. इस वजह से बच्चे त्योहारों का मजा नहीं ले पाते, लेकिन अगर एग्जाम को ही त्योहार बना दें तो उसमें कईं रंग भर जाते हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'मन में तय कर लीजिए कि परीक्षा जीवन का सहज हिस्सा है. हमारी विकास यात्रा के ये छोटे-छोटे पड़ाव हैं. इस पड़ाव से पहले भी हम गुजर चुके हैं। पहले भी हम कई बार परीक्षा दे चुके हैं. जब ये विश्वास पैदा हो जाता है तो आने वाले एक्जाम के लिए ये अनुभव आपकी ताकत बन जाता हैं.'
पीएम मोदी ने कहा, 'अपने इन अनुभवों को, जिस प्रक्रिया से आप गुजरे हैं, उसको आप कतई छोटा मत मानिए. दूसरा आपके मन में जो पैनिक होता है, उसके लिए मेरा आपसे आग्रह है कि आप किसी दबाव में मत रहिए. जितनी सहज दिनचर्या आपकी रहती है, उसी सहज दिनचर्या में आप अपने आने वाले परीक्षा के समय को भी बिताइए.'
पढ़ाई में ध्यान नहीं लगना मन की समस्या: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, 'जब आप ऑनलाइन पढ़ाई करते हैं तो क्या आप सच में पढ़ाई करते हैं, या रील (Reel) देखते हैं? दोष ऑनलाइन या ऑफलाइन का नहीं है। क्लासरूम में भी कई बार आपका शरीर क्लासरूम में होगा, आपकी आंखें टीचर की तरफ होंगी, लेकिन कान में एक भी बात नहीं जाती होगी, क्योंकि आपका दिमाग कहीं और होगा.' उन्होंने आगे कहा, 'मन कहीं और होगा तो सुनना ही बंद हो जाता है। जो चीजें ऑफलाइन होती हैं, वही ऑनलाइन भी होती हैं. इसका मतलब है कि माध्यम समस्या नहीं है, मन समस्या है. माध्यम ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, अगर मन पूरा उसमें डूबा हुआ है, तो आपके लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन का कोई फर्क नहीं पड़ेगा.'
परीक्षा पर चर्चा का 5वां संस्करण
शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा पिछले चार सालों से यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है और यह परीक्षा पे चर्चा का 5वां संस्करण है. साल 2018 में शुरू हुए परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में हर साल हजारों छात्रों को अपने विचारों प्रधानमंत्री के साथ साझा करने का अवसर मिलता है. इसके अलावा पीएम मोदी भी अपने अनुभवों को छात्रों के साथ शेयर करते हैं और उनके सवालों के जवाब देते हैं.
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