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'परीक्षा पे चर्चा' ने बदल दी साक्षी की जिंदगी, बोली कठिन दौर में पीएम मोदी के शब्द बने सहारा
jantaserishta.com
16 Jan 2025 6:25 AM GMT
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देखें वीडियो.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परीक्षा पे चर्चा ने सोलापुर की साक्षी सुराना की जिंदगी बदल दी। उसने अपनी तकलीफों से लड़ते हुए नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया। साक्षी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब उसे पीएम मोदी की ओर से एक पत्र मिला। क्या है पूरी कहानी जिसने एक आम सी लड़की को नई पहचान दे दी?
गुरुवार को एक्स हैंडल 'मोदी आर्काइव' ने एक पोस्ट के जरिए उसकी कहानी बताई है। इस पोस्ट में दो मिनट से अधिक समय का एक वीडियो भी शेयर किया गया है। वीडियो के साथ कैप्शन दिया, "एक साल पहले ही सोलापुर की साक्षी सुराना को एक कठिन निर्णय का सामना करना पड़ा था। उन्हें स्वास्थ्य समस्याओं के कारण एक साल स्कूल छोड़ना पड़ा था। गंभीर माइग्रेन और पीठ की ऐंठन के कारण वे अपनी परीक्षाएं पूरी नहीं कर पाईं और खास तौर पर अर्थशास्त्र उनके लिए एक कठिन चुनौती बना हुआ था।"
उस कठिन दौर में प्रधानमंत्री मोदी के शब्दों ने सहारा दिया, तथा उन्हें याद दिलाते रहे कि यदि आप आगे बढ़ते रहें तो बाधाओं के बावजूद भी सफलता संभव है। दृढ़ निश्चय के साथ साक्षी ने अपनी पढ़ाई में अपना सब कुछ झोंक दिया। और नतीजा? उसने न केवल 12वीं की परीक्षा में अपने स्कूल में टॉप किया, बल्कि अर्थशास्त्र में पहला स्थान हासिल किया।
फिर एक लिफाफे में प्रधानमंत्री कार्यालय से एक आधिकारिक पत्र आया। अंदर खुद प्रधानमंत्री मोदी का एक निजी संदेश था, जिसमें साक्षी के प्रयासों के लिए उन्हें बधाई दी गई थी और भविष्य में उनकी सफलता की कामना की गई थी। साक्षी को यकीन ही नहीं हुआ। जिन शब्दों ने कभी उसे प्रेरित किया था, अब वही शब्द उसकी उपलब्धि को पहचान देने वाले बन गए थे। उस पल, ऐसा लगा जैसे उसने पूरी दुनिया में पहला स्थान हासिल कर लिया हो।
पीएम मोदी के शब्दों की ताकत ने साक्षी के लिए सब कुछ बदल दिया था। अपनी कविता की अंतिम पंक्तियों में उन्होंने लिखा, "आप जैसे नेता के कामों को हम शब्दों में कैसे बयां कर सकते हैं? यह एक पहेली है जिसे मैं कभी नहीं सुलझा सकती।" पीएम मोदी वीडियो में कह रहे हैं कि "मेरी प्रकृति है मैं हर चुनौती को चुनौती देता हूं, जिसने पानी में ही प्रैक्टिस शुरू कर दी, उसको कितना ही गहरा पानी क्यों ना हो, उसको भरोसा होता है मैं पार कर जाऊंगा।"
साक्षी सुराना कहती हैं कि "10वीं के बाद जब मैं कॉलेज में आई तो मुझे अर्थशास्त्र विषय बहुत ज्यादा कठिन लगता था। तभी मुझे पता चला कि मुझे माइग्रेन और पीठ में ऐंठन की परेशानी है। इसलिए मैंने सोचा कि मैं गैप करूंगी और अगले साल परीक्षा दूंगी। परीक्षा पर चर्चा के कारण मैं बहुत ज्यादा प्रेरित हुई, फिर मैंने पढ़ना शुरू की और मैंने ठाना था कि मैं अर्थशास्त्र में तो फर्स्ट आऊंगी और साथ ही साथ कॉलेज में भी फर्स्ट आऊंगी।"
इसके बाद वीडियो में बैकग्राउंड में कहा जाता है कि परीक्षा पर चर्चा से सीखकर सोलापुर में रहने वाली साक्षी सुराना ने परीक्षा में टॉप किया। साक्षी ने कहा कि "मैं बहुत खुश थी कि मैंने परीक्षा में टॉप किया। लेकिन मेरी खुशी दो-तीन गुनी तब हुई, जब पता चला कि मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय से पत्र आया।"
साक्षी ने बताया कि "जब मुझे पत्र मिला तो मुझे ऐसा लगा कि मैंने पूरी दुनिया में ही टॉप की हो। पत्र में साक्षी को परीक्षा में टॉप करने की बधाई दी गई थी। साथ ही विश्वास जताया गया था कि आने वाले समय में आप मेहनत और लगन से जीवन में लक्षित सफलता प्राप्त करते हुए अपने परिवार और देश का नाम रोशन करेंगी। आपके उज्जवल भविष्य की कामना सहित आपका नरेंद्र मोदी।"
Letters from PM | Sakshi Jinendra Surana, SolapurThe Power of Words“No matter how much we write, words will always fall short in describing you,” wrote Sakshi in her poem for him.Just a year ago, Sakshi Surana from Solapur faced a tough decision—she had to drop a year of… pic.twitter.com/4G7oJZbBxW
— Modi Archive (@modiarchive) January 16, 2025
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