केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर पाकिस्तान का स्टेटमेंट
भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में दक्षिण गोवा के धारबंदोरा में नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखते हुए कहा था कि भारत की सीमाओं से छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अमित शाह ने कहा था कि भविष्य में भी जरूरत पड़ने पर भारत सर्जिकल स्ट्राइक करेगा. अमित शाह ने कहा था, सर्जिकल स्ट्राइक के सहारे दुनिया को हम बता चुके हैं कि भारत अब आतंकी दुस्साहस को कबूल नहीं करेगा. 2016 में हमारे जवानों ने दुश्मन के घर में घुसकर सेना पर हमले का बदला लिया था, आगे भी ऐसा ही होगा और दहशतगर्दों को उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा जैसी उन्हें समझ आती है. अमित शाह के इस बयान के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की भी प्रतिक्रिया आई है.
'अमित शाह दे रहे हैं भड़काऊ बयान'
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने सर्जिकल स्ट्राइक वाले बयान को भ्रामक करार दिया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, "भारतीय गृहमंत्री द्वारा पाकिस्तान में कथित 'सर्जिकल स्ट्राइक' की धमकी वाले गैर जिम्मेदाराना और भड़काऊ बयान की कड़े शब्दों में निंदा करता है. भारत के गृहमंत्री का बयान बीजेपी-आरएसएस की खतरनाक प्रवृत्ति को उजागर करता है जिसका मकसद क्षेत्रीय तनाव पैदा करना है. पाकिस्तान से दुश्मनी वाले ये बयान उन्हें विचारधारा स्तर पर और पॉलिटिकल स्तर पर काफी फायदा पहुंचाते हैं."
इस स्टेटमेंट में आगे लिखा था कि इस तरह के बयान भारत में फैल रहे आतंकवाद और जम्मू-कश्मीर मानवाधिकारों के उल्लंघन से इंटरनेशनल कम्युनिटी का ध्यान भटकाने का काम करते हैं. पाकिस्तान ने हमेशा से ही इंटरनेशनल समुदाय का ध्यान भारत के इस खतरनाक प्लान की तरफ आकर्षित करने की कोशिश की है क्योंकि इसके तहत पाकिस्तानियों और कश्मीरियों को फंसाने की कोशिश की जाती रही है. इसमें आगे लिखा था कि साल 2019 में भारत के बालाकोट दुस्साहस को लेकर पाकिस्तान ने तुरंत प्रतिक्रिया दी थी. ये साफ करता है कि भारतीय आक्रमण को रोकने के लिए हमारी सेना की तैयारी और क्षमता में कोई कमी नहीं थी.
बता दें कि अगले साल चुनाव के मद्देनजर अमित शाह गोवा पहुंचे थे. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान गोवा के पूर्व सीएम मनोहर पर्रिकर को भी याद किया और कहा कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ इलाके में आतंकी हमले के बाद पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक इस्तेमाल करने का श्रेय भी स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर को जाता है.