हैदराबाद/दिल्ली। नोटबंदी पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी पर तंज कसा। हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने कहा कि मेरा सुझाव है कि पीएम मोदी 'नोटबंदी दिवस' मनाएं, वे अब क्यों नहीं मनाते? ऐसा इसलिए है क्योंकि वे जानते हैं कि नोटबंदी के कारण प्लंबर, ड्राइवर, कलाकार, बिजली मिस्त्री आदि नष्ट हो गए थे।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और उनकी सरकार को (नोटबंदी के लिए) सामाजिक और राजनीतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए। ओवैसी ने कहा, अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के मुताबिक 50 लाख लोगों की नौकरी चली गई और 100 लोगों की मौत हो गई। पीएम मोदी ने भारत की वर्कफोर्स को छोटा कर दिया है।
आपको बता दें कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र के 8 नवंबर, 2016 के नोटबंदी के फैसले को 4-1 से कानूनन सही ठहराया। जस्टिस एस नजीर की अध्यक्षता वाली पीठ ने यह फैसला सुनाया। लेकिन जिस एक जज ने इस फैसले पर अपनी असहमति जताई उन्होंने नोटबंदी की अधिसूचना को "गैरकानूनी" बताया।
वहीं देश की शीर्ष अदालत का फैसला नोटबंदी के पक्ष में आने के बाद भारतीय जनता पार्टी इसे बड़ी जीत मान रही है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आतंकवाद की रीढ़ को तोड़ने में डिमोनेटाइजेशन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का काम किया। यह फैसला देशहित में किया गया था और आज कोर्ट ने इस निर्णय को सही पाया है।
न्यूज़ क्रेडिट :- लोकमत टाइम्स
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