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प्रथम तिमाही में कुल 1800 कोचों/वैगनों से अधिक का ओवर हॉलिंग किया गया

Nilmani Pal
25 July 2022 12:36 PM GMT
प्रथम तिमाही में कुल 1800 कोचों/वैगनों से अधिक का ओवर हॉलिंग किया गया
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जबलपुर। पश्चिम मध्य रेल द्वारा कोचों और वैगनों का रूटीन ओवर हॉलिंग करके अधिक से अधिक पीओएच आउटटर्न किया जा रहा है। पमरे के अनुरक्षण डिपों में इस वित्तीय वर्ष के शुरुआत माह से ही लक्ष्य से अधिक कोचों/वैगनों का अनुरक्षण करके अच्छा प्रदर्शन किया जा रहा है। पमरे महाप्रबंधक के मार्गदर्शन में और प्रमुख मुख्य यांत्रिक अभियंता के नेतृत्व में वर्कशॉप के अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा जून माह में दोनों कारखानों (सीआरडब्लूएस/भोपाल एवं डब्लूआरएस/कोटा) में कुल 659 कोचों/वैगनों का पीओएच आउटटर्न किया गया है। जिसमें सवारी डिब्बा पुर्ननिर्माण कारखाना भोपाल ने 98 कोचों का अनुरक्षण करके लक्ष्य (90 कोचों) से लगभग 09 प्रतिशत अधिक आउटटर्न में वृद्धि हुई है। कोटा वर्कशॉप ने 561 वैगनों की मरम्मत (वैगन आउटटर्न उत्पादन) करके लक्ष्य (500 वैगनों) से लगभग 12 प्रतिशत अधिक आउटटर्न किया है। गौरतलब है कि पमरे ने इस वित्तीय वर्ष में अप्रेल से जून तक कुल 290 कोचों का अनुरक्षण और 1517 वैगनों का पीओएच (पीरियोडिक ओवर हॉलिंग) आउटटर्न किया गया है।

वैगनों का पीओएच (पिरियोडीक ओवर हॉलिंग) 04/06 वर्ष में एक बार किया जाता है, तथा कोचों का पीओएच 12 से 18 महीनों में एक बार किया जाता है। सीआरडब्लूएस भोपाल कोचों का पीओएच और डब्ल्यूआरएस कोटा वैगनों का पीओएच करती है। पिरियोडिक ओवर हॉलिंग (पीओएच) के दौरान कोचों और वैगनों में मुख्य निम्न कार्य किये जाते हैं :-

* कोचों और वैगनों के नीचे ट्रॉली, बोगी के सभी पार्ट्स की मरम्मत की जाती है, जो सरंक्षा की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है।

* कोच और वैगन के बॉडी और अंडर गियर की भी मरम्मत की जाती है, जिससे यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव दिया जा सके और परिचालन में सरंक्षा सुनिश्चित की जा सके।

* एयर ब्रेक सिस्टम के सभी पार्ट एवं वैगनों और कोचों के दोनों ओर के बफ़र की मरम्मत की जाती है जिससे सरंक्षा में बढ़ोत्तरी एवं जर्क फ्री राइडिंग का अनुभव होता है।

* व्हील और एक्सल की मरम्मत एवं रखरखाव किया जाता है, जिससे सुरक्षा में इजाफा होता है।

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