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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
नई दिल्ली: केंद्र सरकार की 'अग्निपथ योजना' की आग देश में धीरे-धीरे फैलते जा रही है. बिहार से शुरू हुई ये आग उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, झारखंड और बंगाल समेत 10 राज्यों में पहुंच चुकी है. इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने भी इस योजना का विरोध किया है. टिकैत ने अग्निपथ योजना की आलोचना करते हुए कहा कि एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन की जरूरत है. किसानों के मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश को एक और बड़े आंदोलन की जरूरत है.
अग्निपथ योजना की आलोचना करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, 'अब तक, युवा सेना में कम से कम 15 साल तक सेवा दे सकते थे और रिटायरमेंट के बाद पेंशन भी मिलती थी, लेकिन नई योजना के तहत जब वो रिटायर होंगे तो उन्हें बिना पेंशन के ही अपने घर लौटना होगा.'
उन्होंने कहा कि इसी लॉजिक पर चलते हुए विधायक और सांसदों के लिए भी ऐसा ही कानून होना चाहिए. टिकैत ने कहा, 'विधायक और सांसद 90 साल की उम्र तक चुनाव लड़ सकते हैं और उसके बाद उन्हें पेंशन भी मिलती है. लेकिन चार साल की सेवा के बाद भी युवाओं को पेंशन नहीं देना गलत है. हम ऐसा नहीं होने देंगे.' उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन अग्निपथ योजना के खिलाफ आंदोलन करेगी.
टिकैत ने कहा कि किसान दिल्ली की ओर देख रहे हैं और चार लाख ट्रैक्टर तैयार हैं. उन्होंने कहा कि किसानों के मुद्दे पर एक और बड़े आंदोलन की देश को जरूरत है.
इससे पहले राकेश टिकैत ने ट्वीट कर कहा कि सरकार की गलत नीतियों का नतीजा पहले किसान ने भुगता और अब युवा भुगत रहा है. उन्होंने लिखा, सरकार की गलत नीतियों का नतीजा 13 महीने किसान ने भुगता है और आज एक गलत फैसले का नतीजा युवा झेल रहा है. सरकार जान ले कि सेना में जाने वाला भी किसान का बेटा है. हम देश के युवा और अपने बच्चों के लिए अंतिम सांस तक लड़ेंगे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 14 जून को अग्निपथ योजना का ऐलान किया था. इसके तहत चार साल के लिए युवाओं को तीनों सेनाओं में भर्ती किया जाएगा. इसके लिए आयुसीमा 17.5 से 21 साल तय कर रखी है. हालांकि, पहले साल आयुसीमा 23 साल तक बढ़ा दी गई है.
इस योजना के तहत सेना में शामिल हुए युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाएगा. अग्निवीरों को पहले साल हर महीने 30 हजार रुपये सैलरी मिलेगी. ये सैलरी हर साल बढ़ेगी और चौथे साल महीने में 40 हजार रुपये की सैलरी मिला करेगी. हालांकि, चार साल बाद इन्हें कोई पेंशन या ग्रेच्युटी नहीं मिलेगी.
चार साल बाद सेवा से मुक्त होने के बाद 11.76 लाख रुपये का सेवा निधि पैकेज भी मिलेगा. इसके अलावा अग्निवीरों का 48 लाख रुपये का बीमा भी होगा. वहीं, सेवा के दौरान शहीद होने या दिव्यांग होने पर 44 लाख रुपये तक का मुआवजा भी दिया जाएगा.
अग्निपथ योजना के तहत चार साल की सेवा के बाद 25% अग्निवीरों को आगे भी बरकरार रखा जाएगा. इस साल 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती होनी है, यानी चार साल बाद 11,500 अग्निवीर सेना में बने रहेंगे. इसके बाद ये अग्निवीर और 15 साल तक सेना से जुड़े रहेंगे.
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