कैथल(जयपाल) : सिटी थाना में दर्ज हुए हनी ट्रैप मामले में संगतपुरा चौकी इंचार्ज अनवर की भूमिका संदिग्ध मिलने पर एसपी ने उसे सस्पेंड कर दिया है। इंचार्ज ने पीड़ित व्यक्ति पर 6 लाख रुपये में समझौता करने का दबाव बनाया था। जब पीड़ित ने इतने रुपये नहीं होने की बात कही तो एएसआई अनवर कहने लगा कि ब्याज पर रुपये लेकर समझौता कर ली। इसके अलावा केस दर्ज किए बिना ही पीड़ित व्यक्ति के घर पुलिस की गाड़ी भी भेजी गई थी। एसपी ने एएसआई अनवर को सस्पेंड करके उसकी विभागीय जांच बैठा दी है। वहीं दूसरी तरफ इस मामले में हनीट्रैप का शिकार हुए व्यक्ति ने अन्य पुलिसकर्मियों पर भी आरोप लगाए है। पीड़िता का कहना है कि उसके पास पुलिस चौकी से फोन आया था कि तुम्हारे खिलाफ महिला ने शिकायत दी है। इस बातचीत के कुछ देर बाद ही उसके घर पुलिस की गाड़ी भेज दी थी। उस समय वह तो घर पर नहीं था, लेकिन ड्राईवर सहित तीन पुलिसकर्मी थे। जिन्होंने घर के सामने गाड़ी का काफी देर हूटर बजाया और परिवार के साथ अभ्रद्र व्यवहार भी किया। इनमें एक पुलिसकर्मी हेड कांस्टेबल तेग सिंह था।
थाना सदर के तहत आने वाले एक गांव के व्यक्ति को ब्लैकमेल करके रुपये मांगने के मामले में 18 नवम्बर को सिटी थाना कैथल में केस दर्ज हुआ था। व्यक्ति ने पुलिस में केस दर्ज करवाया था कि 12 नवम्बर को उसके पास एक महिला की कॉल आई, जिसने कहा कि आप कौन बोल रहे हो। उसके बाद उनकी बात होती रही। महिला ने उसे 15 नवम्बर की शाम अर्जुन नगर कैथल में अपने घर बुला लिया। उसकी अश्लील वीडियो बनाकर जबरदस्ती संबंध बनाए तथा 600 रुपये ले लिए। रास्ते में उसके पास फोन आया कि आपने मेरे साथ गलत काम किया है, पैसो दो वरना मैं दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवाउंगी। उन्होंने 6 लाख रुपये में बात को निपटाने की बात कही। उसके बाद बातचीत हुई तो 3 लाख में निपटाने की बात कही। पुलिस टीम ने 3 लाख रुपये लेते हुए माता गेट कैथल निवासी नीलम, अर्जुन नगर कैथल निवासी नीलम तथा सिरटा रोड कैथल निवासी अभिषेक व गौरव को मौका से ही गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद गिरोह में शामिल गांव धनौरी निवासी इंद्रा को भी गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था। एसपी कैथल उपासना ने बताया कि चौकी इंचार्ज को सस्पेंड करके विभागीय जांच शुरू कर दी है। जांच के दौरान किसी अन्य पुलिसकर्मी की संलिप्तता मिलेगी तो उसके खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई होगी।