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कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने के आदेश, लेकिन इस शहर में नहीं लगेगी, जानिए वजह

Neha Dani
9 April 2022 3:36 PM GMT
कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने के आदेश, लेकिन  इस शहर में नहीं लगेगी, जानिए वजह
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केंद्र सरकार ने भले ही प्राइवेट सेंटरों पर 18-59 वर्ष के लोगों के लिए कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने के आदेश कर दिए हों पर कानपुर में इसे लेकर संशय है। यहां अस्पतालों ने हाथ खड़े कर दिए हैं और यही वजह है कि फिलहाल किसी भी निजी सेंटर और नर्सिंग होम में बूस्टर डोज नहीं लगाई जाएगी। नर्सिंग होम एसोसिएशन के साथ-साथ आईएमए ने भी साफ कर दिया है कि पहले सरकार कोविशील्ड और कोवैक्सीन के रेट तय करे। सेवा शुल्क और जीएसटी तय कर गाइडलाइन जारी करे, तभी बूस्टर डोज पर विचार किया जाएगा।

अपर निदेशक स्वास्थ्य कानपुर मंडल डॉ. जीके मिश्र के मुताबिक सरकार ने बूस्टर डोज लगाने के लिए उन्हें ऑर्डर भेजा है लेकिन गाइडलाइन नहीं मिली है इसलिए बूस्टर के लगाने पर साफ कुछ नहीं कहा जा सकता है। शहर में 60 पार बुजुर्ग और फ्रंटलाइन वर्करों को ही दूसरी डोज के नौ महीने बीत जाने के बाद बूस्टर डोज मुफ्त लगाई जाएगी। इसके अलावा 18-59 साल के लोगों को इसके लिए जेब ढीली करनी पड़ेगी। शुक्रवार को कोविशील्ड की बूस्टर डोज के दाम 600, जीएसटी और 150 रुपये सेवा शुल्क तय किया गया था लेकिन शनिवार को 225 रुपये और सेवा शुल्क 150 रुपये तय कर दिया गया, हांलाकि यह अभी भी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। साथ ही इसके लिए रेट का कोई पत्रक भी स्वास्थ्य विभाग और नर्सिंग होम संचालकों को नहीं मिला।
नर्सिंग होम एसोसिएशन की शनिवार को हुई वर्चुअल बैठक में कहा गया कि नर्सिंग होम के संचालकों को बीते साल महंगी डोज के चलते 20 लाख का नुकसान हो चुका है। वैक्सीन की बर्बादी अभी भी दिक्कत दे रही है। साथ ही बीते साल 18 लाख रुपये की वैक्सीन के ऑर्डर के भी फंसे पड़े हैं इसलिए सबकुछ तय होने के बाद ही बूस्टर डोज पर फैसला करने का निर्णय किया गया।
नर्सिंग होम एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ. एके सरावगी ने बताया, बू्स्टर डोज के लिए स्पष्ट गाइडलाइन और रेट नहीं तय हैं इसलिए रविवार से नहीं लगाएंगे। रेट तय हो और वैक्सीन निर्माता 2500 और 5000 डोज एक साथ लेने की सीलिंग को खत्म करें तभी डोज लेंगे।
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