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अंतरिक्ष तक घूमने का मौका, सपना पूरा करने करोड़ों खर्च कर रहे लोग

Nilmani Pal
18 July 2022 2:09 AM GMT
अंतरिक्ष तक घूमने का मौका, सपना पूरा करने करोड़ों खर्च कर रहे लोग
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सोर्स न्यूज़ - आज तक  

अभी छुट्टी मिलते हीं आप गोवा-दिल्ली-मुंबई-हिमाचल-केरल, मसूरी या माउंट आबू घूमने का प्लान बना लेते हैं लेकिन सोचिए जल्द ही आपको अंतरिक्ष तक घूमने का मौका मिल सकता है. वो दिन दूर नहीं जब साल में 400 फ्लाइट्स धरती से उड़ान भरेंगी यानी औसतन रोजाना एक से भी ज्यादा फ्लाइट. आपको लगता होगा कि ये कोई सपना है तो जान लीजिए कि कई लोग अंतरिक्ष की सैर करके आ भी गए और दुनिया में हमारे-आपके जैसे 800 से अधिक लोगों ने अंतरिक्ष की फ्यूचर ट्रिप के लिए टिकट भी बुक करा लिया है. अंतरिक्ष यात्रा के लिए इनकी ट्रेनिंग भी जारी है और जल्द ही वे खुद को तैयार कर रहे हैं इस जहां के पार सैर पर ले जाने की.

स्पेस टूरिज्म जैसे महंगे प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए आगे आए हैं दुनिया के तीन महाअमीर... रिचर्ड ब्रैनसन की कंपनी Virgin Galactic, जेफ बेजोस की कंपनी Blue Origin और एलॉन मस्क की कंपनी SpaceX इस दिशा में सफलता पाने वाली शुरुआती कंपनियों में से हैं. इसके आगे अब चीन की एक कंपनी भी बड़े प्लान के साथ आगे आई है. साथ ही और भी कई देशों में इसपर प्रोजेक्ट्स चल रही हैं. दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलॉन मस्क की कंपनी Space-X ने साल 2021 में चार लोगों को अंतरिक्ष की सैर कराई थी. करोड़ों की इस ट्रिप को अमेरिकी कारोबारी Jared Isaacman ने स्पॉन्सर किया था और बाकी के तीन लोगों को अलग-अलग फील्ड से अपने साथ ले जाने के लिए चुना था. Virgin Galactic और Blue Origin के बाद Space-X तीसरी ऐसी कंपनी थी जिसने अंतरिक्ष टूरिज्म के लिए ट्रिप मुहैया कराई.

अंतरिक्ष की सैर के लिए तैयारी किस लेवल पर जारी है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि Virgin Galactic कंपनी दो ऐसी एयरक्राफ्ट करियर तैयार कर रही है जिससे अंतरिक्ष के लिए सैंकड़ों फ्लाइट्स लॉन्च करने की क्षमता हासिल की जा सके. ताकि स्पेस टूरिस्ट्स की बड़ी तादाद को ले जाने और ले आने में मदद मिल सके. Virgin Galactic कंपनी ब्रिटिश अरबपति Richard Branson की है. इन फ्लाइट्स के लिए लोग 200,000 अमेरिकी डॉलर यानी डेढ से दो करोड़ भारतीय रुपये में अपनी सीट बुक करा रहे हैं. लोगों के उत्साह और बुकिंग की डिमांड देखते हुए साल 2025 तक कंपनी फ्लाइट्स को रेगुलर करके सालाना 400 तक पहुंचाने की तैयारी कर रही है.

Blue Origin पिछले महीने तक पांच ऐसे ट्रिप पूरे कर चुकी है. स्पेस-एक्स कंपनी आने वाले वर्षों में ऐसे चार और ट्रिप की तैयारी में जुटी है. जापान के उद्योगपति Yusaku Maezawa ने 2023 के लिए स्पेस-एक्स से एक फ्लाइट बुक की है और 8 अन्य लोगों को अपने साथ जाने के लिए इनवाइट किया है. Virgin Galactic का कहना है कि फ्यूचर ट्रिप की तैयारियां जोरों पर हैं. 800 से अधिक लोग वेटिंग में हैं. स्पेस-एक्स का प्लान आने वाले वक्त में अंतरिक्ष के साथ-साथ मून और मार्स पर भी फ्लाइट्स भेजने की है बल्कि वहां लोगों को बसाने के अपने प्लान का भी एलॉन मस्क कई बार जिक्र कर चुके हैं. अभी अंतरिक्ष ट्रिप के लिए साढे तीन करोड़ रुपये(भारतीय करेंसी में) तक का खर्च आ रहा है लेकिन कंपनियों की तैयारी है कि शॉर्ट ट्रिप और रियूजेबल स्पेस यान तैयार कर इस खर्च को डेढ करोड़ रुपये तक लाया जा सके.

Virgin Galactic का प्लान है कि साल 2025 तक हर साल 400 टूरिस्ट फ्लाइट्स अंतरिक्ष में भेजने लायक तैयारी की जा सके. पिछले 15 साल से कंपनी इस मिशन पर लगी थी. साल 2021 में पहली कमर्शियल मानव युक्त फ्लाइट को अंतरिक्ष में भेजने में कंपनी को सफलता मिली. पहली फ्लाइट अंतरिक्ष की सैर पर निकली तो वर्जिन ग्रुप के मालिक रिचर्ड ब्रैंसन भी उसमें सवार थे. अब ऐसी अगली फ्लाइट 2023 में भेजने की तैयारी है और साल 2025 तक सालाना 400 से अधिक फ्लाइट्स भेजने की क्षमता हासिल करने पर कंपनी काम कर रही है.

चीन की एक कंपनी CAS Space ऐसी टेक्निक पर काम कर रही है जो छोटे-छोटे अंतरिक्ष यान और रॉकेट भेज सके और रियूजेबल स्पेन यान तैयार कर सके ताकि छोटे-छोटे पैसेंजर ट्रिप के जरिए अंतरिक्ष यात्रा का खर्च कम किया जा सके. अगले साल यानी 2023 में यह कंपनी अपनी पहली टेस्ट फ्लाइट भेजेगी. अंतरिक्ष टूरिज्म की इसी तकनीक का इस्तेमाल कर चीन के एक स्टार्टअप ने दुनिया के बड़े शहरों जैसे बीजिंग-दुबई आदि को एक घंटे की फ्लाइट से जोड़ने के प्लान पर काम शुरू किया है.

अमेरिका के पेंसिलवेनिया में Virgin Galactic अपने फ्यूचर स्पेस टूरिस्ट्स के लिए ट्रेनिंग चला रही है. सैंकड़ों लोग जिन्होंने बुकिंग करा रखी है उनकी यहां National Aerospace Training and Research Center में ट्रेनिंग चल रही है. इसमें लोगों को स्पेस यात्रा के दौरान सुरंग की तरह बने रॉकेट या कैप्सूल में बैठने और गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव का सामना करने के गुर सिखाए जा रहे हैं. साथ ही लोगों के ब्लड टेस्ट, सांसों को कंट्रोल करने की क्षमता और बाकी शारीरिक जांच पर भी फोकस किया जा रहा है.

12 अप्रैल, 1961 को सोवियत एस्ट्रोनॉट यूरी गागरिन अंतरिक्ष में पहुंचने वाले पहले इंसान बने थे. उसके करीब 60 साल बाद आज इंसान अंतरिक्ष ट्रिप और टूरिज्म करने के काबिल बन पाया है. नई-नई चीजों में रूचि रखने वाले लोगों के लिए ये अच्छा मौका होगा जब इस जहां के पार जाकर वे ब्रहांड के नए रहस्यों से रूबरू हो सकेंगे और अपनी इस प्यारी धरती को इस धरती के पार से जाकर देख सकेंगे.



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