मध्य प्रदेश के बैतूल में नशे के बड़े कारोबार का पर्दाफाश हुआ है. यहां मुलताई तहसील की एक मिठाई दुकान से कैडबरी चॉकलेट के रैपर में अफीम भरकर बेची जा रही थी. पांच थानों की पुलिस टीम ने मिलकर लगभग दो करोड़ की अफीम बरामद की है. वहीं राजस्थान के जोधपुर के रहनेवाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. ये दोनों दुकान के कर्मचारी हैं. पुलिस नशे के इस कारोबार के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की जांच में जुट गई है.
पुलिस के मुताबिक, कैडबरी चॉकलेट के रैपर में अफीम का कारोबार जारी था. जब्त की गई अफीम की 10 ग्राम चॉकलेट की कीमत 39 हजार रुपये बताई गई है. पुलिस को मिले इनपुट के बाद जब पांच थानों की पुलिस टीम ने मिलकर मुलताई स्थित बीकानेर मिष्ठान भंडार पर छापा मारा, तो वहां से दो करोड़ से अधिक कीमत की अफीम बरामद हुई. इस छापेमारी में 3 किलोग्राम से ज्यादा अफीम एक कार में रखी मिली, जो बैतूल की तरफ आ रही थी. वहीं 2 किलो 600 ग्राम अफीम और कैडबरी चॉकलेट के खाली रैपर मुलताई के मिष्ठान गोदाम से बरामद हुए.
पुलिस ने इस मामले में जोधपुर के रहनेवाले बीकानेर मिष्ठान भंडार के कर्मचारी मगसिंह राजपुरोहित और सुरेश पवार को गिरफ्तार कर लिया है. इनकी कॉल डिटेल्स की बारीकी से जांच जारी है और देश प्रदेश सहित इनके अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन होने की भी तफ्तीश की जा रही है. दोनों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. इस मामले में चिन्ताजनक बात यह है कि आरोपी मगसिंह 12 साल से मुलताई में बीकानेर मिष्ठान भंडार चला रहा है और अब ये नहीं मालूम कि कितने युवा चॉकलेट की शक्ल में बिक रहे इस खतरनाक नशे की गिरफ्त में फंस चुके होंगे.