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श्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनावों का ऐलान हो चुका है। अलग-अलग राज्यों के राजनीतिक दल सत्ता के लिए लड़ाई में जी-जान से जुट गए हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनावों का ऐलान हो चुका है। अलग-अलग राज्यों के राजनीतिक दल सत्ता के लिए लड़ाई में जी-जान से जुट गए हैं। इस बीच ओपिनियन पोल से राज्यों में कौन से राजनीतिक दल के पक्ष में सियासी बयार बह रही है, इसका अंदाजा लगाया जा रहा है। हाल ही में टाइम्स नाउ-सी वोटर के सर्वे ने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की वापसी, तमिलनाडु में डीएमके-कांग्रेस की सरकार, केरल में पिनराई विजयन की वापसी, असम और पुडुचेरी में एनडीए की जीत की भविष्यवाणी कर दी थी। अब एबीपी न्यूज की ओर से कराए गए सर्वे में पांचों राज्यों का हाल बयां किया गया हैः
बंगाल में ममता की हैट-ट्रिक
पश्चिम बंगाल की सियासत इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह काफी पहले से बंगाल को साधने की कोशिश में जुटे हैं। इस बीच बंगाल की राजनीति कई नाटकीय घटनाक्रमों का भी गवाह रही है। यहां 8 चरणों में 27 मार्च से 28 अप्रैल तक वोटिंग होगी। इससे पहले एबीपी न्यूज के सर्वे में मतदाताओं का मन टोहने की कोशिश की गई है।
सर्वे के मुताबिक, प्रदेश में ममता बनर्जी की वापसी होती दिख रही है। 52 फीसदी लोगों की मुख्यमंत्री के रूप में पहली पसंद ममता बनर्जी हैं। इतना ही नहीं, प्रदेश में टीएमसी को 150 -166 सीटें मिल सकती हैं। वहीं, बीजेपी को 98 से 114 सीटों पर जीत मिलती दिखाई दे रही है। कांग्रेस, लेफ्ट गठबंधन के खाते में 23-31 सीटें जा सकती हैं। वहीं, अन्य उम्मीदवारों को 3-5 सीटें मिल सकती हैं।
असम में भी बदलाव नहीं
सी वोटर सर्वे की माने तो असम में भी बदलाव के आसार नहीं हैं। यहां एनडीए की सरकार दोबारा बन सकती है। 126 सीटों वाली असम विधानसभा में एनडीए को 64 से 72 सीटें मिल सकती हैं। वहीं, यूपीए 52 से 60 सीटें जीत सकती है। एनडीए सबसे बड़ा दल साबित हो सकता है लेकिन यहां मामला करीबी होने के भी आसार हैं। हालांकि, सर्वे में बताया गया है कि इस बार एनडीए के वोट शेयर भी बढ़ेंगे। पिछली बार एनडीए को जहां 41 फीसदी वोट मिले थे, वहीं इस बार यह वोट शेयर 45 प्रतिशत का हो सकता है।
तमिलनाडु में सत्ता परिवर्तन
तमिलनाडु में परिवर्तन की आहट है। सी-वोटर सर्वे के मुताबिक, प्रदेश में यूपीए का वोट प्रतिशत बढ़ेगा। 234 सीटों वाली विधानसभा में यूपीए यानी कि कांग्रेस और डीएमके को 161-169 सीटें हासिल हो सकती हैं। वहीं सत्ताधारी एनडीए को सिर्फ 53 से 61 सीटें मिलने का अनुमान है। कमल हासन की पार्टी एमएनएम को सिर्फ 2-6 सीटें मिल सकती हैं। एमएमएमके को 1 से 5 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। अन्य के खाते में 3-7 सीटें जा सकती हैं।
केरल में लौटेगी विजयन सरकार
दक्षिणी राज्य केरल में लेफ्ट के लिए अच्छी खबर है कि वहां पिनराई विजयन की सरकार के वापस लौटने के आसार बन रहे हैं। सी-वोटर सर्वे का मानना है कि इस बार केरल में सत्ताधारी एलडीएफ को 77-85 सीटें मिल सकती हैं। वहीं, यूडीएफ को 54-62 सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है। बीजेपी को शून्य से 2 सीटें मिलने की संभावना है। एक सीट अन्य उम्मीदवार के भी खाते में जा सकती है।
केंद्रशासित प्रदेश पर 'केंद्रशासित' पार्टी का कब्जा
पुडुचेरी में भी सरकार बदलने के आसार बनते नजर आ रहे हैं। सर्वे की माने तो यहां यूपीए को 10-14 सीटें मिल सकती हैं। वहीं एनडीए के खाते में 16-20 सीटें जा सकती हैं। अन्य उम्मीदवार भी शून्य से एक सीट पर जीत दर्ज कर सकते हैं।
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