ऑपरेशन "नन्हे फरिस्ते": नाबालिग बच्चों को आरपीएफ ने वन स्टॉप सेंटर के प्रबंधक को सुपुर्द किया
जबलपुर। रेलवे सुरक्षा बल जरूरतमंद यात्रियों को सहायता प्रदान करने के साथ-साथ महिलाओं और बच्चों का विशेष ध्यान भी रखते हैं। पश्चिम मध्य रेलवे, रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करने हेतु चौबीस घंटे सतत् ड्यूटी की जा रही है। इसी श्रृंखला में रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने सराहनीय कार्य करते हुए "ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते" अभियान के तहत घर से भागे हुए, अपहृत हुए, बिछुड़े हुए बालक एवं बालिकाओं को सुरक्षित उनके परिजनों/चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किया जता है।
जबलपुर मण्डल के पोस्ट पिपरिया के आउटपोस्ट नरसिंहपुर पर दिनांक 9/9/2023 को प्रधान आरक्षक शालिनी पाल एवं आरक्षक फिरोज खान द्वारा प्लेटफार्म गश्त के दौरान दो नंबर प्लेटफार्म पर रेलवे पुल के पास 03 बच्चों को संदिग्ध हालत में बैठे पाए जाने पर पूछने पर बताया कि घर से भागकर आए। जिन्हें पोस्ट पर लाया गया और नाम एवं पता कि जानकारी हासिल की गई। पूजा, पिता सुधाकर सिंह निवासी शिरडी महाराष्ट्र, मुस्कान एवं आकाश पिता पुष्पेंद्र चौधरी निवासी मगैारा जिला मथुरा उत्तर प्रदेश जो कि शिर्डी में ही रहते हैं। उनके परिजनों को सूचना दी गई एवं चाइल्ड लाइन संस्था नरसिंहपुर को सूचना दी गई। चाइल्डलाइन संस्था के सदस्य उपस्थित ना होने पर वन स्टॉप सेंटर के प्रबंधक से समन्वय कर उक्त तीनों नाबालिग बच्चों को वन स्टॉप सेंटर मे गवाहों के समक्ष सुपुर्द किया गया।