2024 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव का समर्थन करेंगे ओपी राजभर
उनकी तरफ से अखिलेश यादव के समर्थन की बात तो की ही गई है, इसके अलावा उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती को भी बड़ा संदेश दिया है. उनका कहना है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए सपा और बसपा को साथ आना चाहिए. अगर वे ऐसा नहीं कर सकते हैं तो दोनों ही पार्टियों को अपने वोटबैंक को स्पष्ट कर देना चाहिए वे उनके लिए नहीं लड़ने वाले हैं. अब राजभर का ये कहना है कि सपा-बसपा को साथ आना चाहिए काफी मायने रखता है. एक बार के लिए 2019 के लोकसभा चुनाव में वो रणनीति फेल जरूर रही, लेकिन यूपी की दो सबसे बड़ी पार्टियों का साथ आना बीजेपी के लिए कुछ चुनौती खड़ी कर सकता है. अभी तक इस फॉर्मूले को लेकर सपा-बसपा में कोई बातचीत शुरू नहीं हुई है.
वैसे ओपी राजभर ने इस बात को स्वीकार किया है कि वर्तमान में विपक्ष का जनता से कनेक्शन टूटा है. उनकी माने तो सपा को एक बार फिर लोगों के बीच जाना होगा, खुद अखिलेश यादव को इसकी पहल करनी होगी.
अभी क्योंकि योगी सरकार के भी दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे हो गए हैं, ऐसे में राजभर ने बीजेपी पर भी निशाना साधा है. उनका कहना है कि पार्टी ने इन 100 दिनों में सिर्फ नफरत फैलाने का काम किया है. लोगों के बीच में दूरियां पैदा करने पर जोर दिया गया है. उनकी तरफ से दावा हुआ है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ही पूरे विपक्ष का इंजन बनने वाले हैं. उन्हीं की अगुवाई में जनता बीजेपी को सबक सिखाएगी.