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1.56 करोड़ की ऑनलाइन ठगी, ऐसे फंसाया गया

jantaserishta.com
27 July 2023 5:08 AM GMT
1.56 करोड़ की ऑनलाइन ठगी, ऐसे फंसाया गया
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आरोपी को गिरफ्तार किया है।
नोएडा: नोएडा पुलिस कमिश्नरेट की साइबर सेल ने स्काइप कॉल के जरिए ऑनलाइन ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसके साथियों की तलाश की जा रही है। इस गिरोह ने 1 करोड़ 56 लाख रुपए की ठगी की है।
दरअसल, ऑनलाइन लेक्साट्रेड डॉट कॉम नाम की ट्रेडिंग कंपनी की वेबसाइट बनाकर फिर 99 रिचार्ज सॉल्यूशन नामक फर्जी फर्म तैयार किया गया। उसके खाते में लोगों से निवेश कराकर धोखाधड़ी करने वाले शातिर जालसाज को साइबर क्राइम थाने की टीम ने गिरफ्तार किया है। जिन खातों में पैसा ट्रांसफर कराया जाता था, उसका एक्सेस दुबई से होता था। साइबर सेल के मुताबिक आरोपी की पहचान फरीदाबाद के बल्लभगढ़ निवासी दीपक गोला के रूप में हुई है। उसे बल्लभगढ़ से गिरफ्तार किया गया है। 12वीं पास दीपक गिरोह का सक्रिय सदस्य है।
गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में दो टीमें कई ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। साइबर क्राइम थाने की प्रभारी रीता यादव ने बताया कि बीते दिनों ग्रेटर नोएडा के प्रवाल चौधरी ने टेलीग्राम के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेडिंग कर पैसा कमाने का झांसा देकर एक करोड़ 56 लाख रुपए की ठगी की शिकायत साइबर क्राइम थाने में की थी। साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू की तो दीपक का नाम सामने आया। मुकदमे में दीपक के 99 रिचार्ज सॉल्यूशन्स नामक फर्म के खाते में ठगी के लगभग 70 लाख रुपए ट्रांसफर होने की जानकारी मिली।
जांच के दौरान पाया गया कि स्काइप काल से संपर्क कर ऑनलाइन लेक्साट्रेड डॉट कॉम वेबसाइट के माध्यम से ट्रेडिंग के नाम पर पैसा निवेश किया गया था। पीड़ित को विश्वास में लेकर लालच के लिए जालसाज ने कुछ पैसे शुरुआती चरण में बतौर मुनाफा पीड़ित के खाते में ट्रांसफर किए थे। यह पूरी रणनीति के तहत किया गया ताकि पीड़ित को झांसे में लिया जा सके। इसके बाद मोटा मुनाफा कमाने के लालच में पीड़ित ने लाखों रुपए जालसाज़ द्वारा बताई गई फर्म में निवेश कर दिया।
दीपक और गिरोह के अन्य सदस्यों ने फर्जी फर्म के नाम पर बैनर तैयार कर बैंकों में खाते खुलवाए। ठगों ने 22 फर्म के खातों में एक करोड़ 56 लाख रुपए ट्रांसफर करवाए। इसमें से न्यायालय के आदेश पर 88 लाख रुपये फ्रीज भी कराए जा चुके हैं। फर्जी फर्म के खातों के संबंध में जानकारी एकत्र की गई तो सामने आया कि सभी खाते इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से दुबई से एक्सेस हो रहे हैं। इस मामले में फरीदाबाद का विक्रमजीत, प्रकाश और रोहिणी का शैलेश फरार है।
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