
धर्मशाला। धर्मशाला में अब केंद्रीय विश्वविद्यालय के धर्मशाला कैंपस की लड़ाई ने उग्र रूप ले लिया है। धर्मशाला के लोग अपने हक की लड़ाई लडऩे को तैयार बैठे हैं। जल्द ही धर्मशाला में सीयू के कैंपस के निर्माण को लेकर धर्मशाला की आम जनता का एक हजार परिवार का एक-एक सदस्य धरने पर बैठने के लिए …
धर्मशाला। धर्मशाला में अब केंद्रीय विश्वविद्यालय के धर्मशाला कैंपस की लड़ाई ने उग्र रूप ले लिया है। धर्मशाला के लोग अपने हक की लड़ाई लडऩे को तैयार बैठे हैं। जल्द ही धर्मशाला में सीयू के कैंपस के निर्माण को लेकर धर्मशाला की आम जनता का एक हजार परिवार का एक-एक सदस्य धरने पर बैठने के लिए तैयार है। इसके लिए प्रबुद्ध नागरिकों की ओर से परिवारों को धरने से जोडऩे की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही धरना-प्रदर्शन शुरू हो जाएगा। यह बात शुक्रवार को धर्मशाला में समाजसेवी अतुल भारद्वाज ने कही। उन्होंने कहा कि धर्मशाला के प्रबुद्ध नागरिकों का प्रतिनिधि मंडल एक बार फिर से पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार से उनके निवास स्थान पर मिला है। जनता के मिलने का उद्देश्य शांता कुमार का सक्रिय सहयोग केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला परिसर के निर्माण हेतु चल रहे आंदोलन में धरने पर बैठने का था। अतुल भारद्वाज ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा कि अब वह 90 की उम्र में सीयू कैंपस के निर्माण को लेकर धरना प्रदर्शन पर बैठने को मजबूर हो जाएंगे।
साथ ही उन्होंने यह भी आग्रह किया कि वह केंद्र सरकार से कांगड़ा-चंबा लोकसभा की जनता की ओर से आग्रह करें कि केंद्र सरकार प्रदेश सरकार पर दबाव बनाए कि वह तुरंत 30 करोड़ रुपए जमा करवाए, नहीं तो केंद्र सरकार हिमाचल सरकार को वित्तीय राशि पर रोक लगाए। उन्होंने कहा कि यदि जनता को इसका फायदा नहीं होना है, तो फिर इस सरकार के मायने भी नहीं रह जाते हैं। अतुल भारद्वाज ने बताया कि शांता कुमार ने कहा कि सभी आंदोलन करने वाले एकजुट होकर लड़ाई लड़ें और यदि सभी एकजुट होकर लड़ाई लड़ते हैं, तो वह अवश्य संघर्ष में एक दिन का समय निकालेंगे तथा साथ ही आश्वस्त किया कि वह जनता के इस संघर्ष में साथ हैं। अतुल भारद्वाज ने बताया कि जनता कि ओर से चल रहे आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। कांगड़ा-चंबा लोकसभा के नेताओं व समाजसेवी से निरंतर संपर्क किया जा रहा है। वहीं केंद्रीय विश्वविद्यालय के धर्मशला कैंपस के लिए चल रहे आंदोलन में पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने भी इस मु्द्दे पर आमरण अनशन करने का ऐलान कर दिया है। श्री मनकोटिया ने कहा कि अगर प्रदेश सरकार इस पर जल्द कोई फैसला नहीं लेती है, तो वह आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे।
