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वैक्सीन की कमी के दावों को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा- राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के पास बची है एक करोड़ से ज्यादा टिका
Deepa Sahu
27 April 2021 6:11 PM GMT
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वैक्सीन की कमी के दावों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: नई दिल्ली, वैक्सीन की कमी के दावों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के पास एक करोड़ से ज्यादा वैक्सीन बची है। तीन दिन में 80 लाख से ज्यादा की और आपूर्ति हो जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा- एक करोड़ से ज्यादा वैक्सीन राज्यों के पास बची
मंत्रालय ने बताया कि केंद्र ने राज्यों को अब तक निशुल्क 15.65 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन दी है। इसमें खराब हुई वैक्सीन को मिलाकर कुल खपत 14.64 करोड़ से कुछ ज्यादा रही। इस तरह एक करोड़ से ज्यादा वैक्सीन राज्यों के पास बची है। तीन में 86.40 लाख डोज की आपूर्ति कर दी जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया खंडन, कहा- महाराष्ट्र में वैक्सीन की कमी नहीं
महाराष्ट्र में वैक्सीन की कमी के कारण टीकाकरण प्रभावित होने के दावे का भी मंत्रालय ने खंडन किया। मंत्रालय ने बताया, '27 अप्रैल की सुबह आठ बजे तक महाराष्ट्र को 1.58 करोड़ से ज्यादा डोज की आपूर्ति की गई, जबकि खपत 1.49 करोड़ से कुछ ज्यादा रही। नौ लाख से ज्यादा डोज राज्य के पास बची है और तीन दिन में तीन लाख डोज और पहुंच जाएगी।'
कुछ दर्दनिवारक दवाएं कोरोना को कर सकतीं गंभीर : आइसीएमआर
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने कहा है कि हृदय रोगियों के लिए खतरनाक मानी जाने वाली आइब्यूप्रोफेन जैसी कुछ दर्दनिवारक दवाएं कोरोना के लक्षणों को गंभीर कर सकती हैं। इनसे गुर्दे खराब होने का जोखिम बढ़ सकता है। आइसीएमआर ने सलाह दी कि नॉन स्टीरॉयड एंटी इन्फ्लेमेटरी दवाएं लेने की जगह बीमारी के दौरान जरूरत पड़ने पर पैरासीटामोल दवा ली जानी चाहिए। उच्च रक्तचाप, मधुमेह (डायबिटीज) और हृदय रोगियों को लेकर अकसर पूछे जाने वाले सवालों को सूचीबद्ध करते हुए आइसीएमआर ने कहा कि अभी ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है कि रक्तचाप की समस्या में आराम के लिए दी जाने वाली दो दवाएं कोरोना की गंभीरता को बढ़ाती हैं।
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