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स्वतंत्रता दिवस से ऐन पहले दिल्ली में हथियारों की खेप का पकड़ा जाना एक ओर जहां पुलिस की कामयाबी है तो वहीं दूसरी ओर फिक्र बढ़ाने वाली भी है, क्योंकि आजादी की 75वीं सालगिरह का जश्न जितना सरहद पार बैठे दुश्मन मुल्कों को चुभ रहा है उतना ही देश के अंदर मौजूद उनके हमदर्दों को. खासतौर पर कश्मीर में,
जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- स्वतंत्रता दिवस से ऐन पहले दिल्ली में हथियारों की खेप का पकड़ा जाना एक ओर जहां पुलिस की कामयाबी है तो वहीं दूसरी ओर फिक्र बढ़ाने वाली भी है, क्योंकि आजादी की 75वीं सालगिरह का जश्न जितना सरहद पार बैठे दुश्मन मुल्कों को चुभ रहा है उतना ही देश के अंदर मौजूद उनके हमदर्दों को. खासतौर पर कश्मीर में, जहां लोकतंत्र की मजबूत होती जड़ों की वजह से आतंक के आकाओं की बौखलाहट बढ़ गई है और इसलिए जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने एक बार फिर बुजदिली दिखाई है. कहीं सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की कोशिश की तो कही आम लोगों पर बारूद बरसाया. यहां तक कि आतंकियों ने एक मासूम को मार डाला.
घायल हालत में स्ट्रेचर पर पड़े बीजेपी के नेता जसबीर सिंह की बेबसी देखिए, ये बच्चे को बचाने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन अफसोस कि ऐसा हो नहीं सका और आतंकी हमले में मासूम की मौत हो गई. गुरुवार की शाम जम्मू के राजौरी में ग्रेनेड से हमला किया गया. निशाने पर थे राजौरी के बीजेपी के मंडल अध्यक्ष जसबीर सिंह. तब घर में पूरा परिवार एक साथ बैठा हुआ था जब एक ग्रेनेड आकर गिरा और जसबीर सिंह समेत 5 लोग घायल हो गए.
धारा 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर से हो रहा आतंक का सफाया
धारा 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर से जिस तरह से आतंक का सफाया हो रहा है और लोकतंत्र मजबूत हो रहा है, उससे आतंकी बौखलाए हुए हैं. राजौरी में बीजेपी नेता के घर हुआ हमला उसी तिलमिलाहट को दिखाता है. उसी दिन दोपहर कायर आतंकियों ने कुलगाम में बीएसएफ के काफिले को भी निशाना बनाया और आम नागरिकों के घर में जा छिपे. लेकिन इसके बाद आतंकियों से भीषण मुठभेड़ शुरू हुई जो रात भर चली और इस एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया, जो पाकिस्तान का नागरिक निकला है.
आतंकियों के सफाए के लिए इस्तेमाल किया गया एक नया हथियार
मारे गए पाकिस्तानी आतंकी का नाम उस्मान था, जो लश्कर ए तैयबा से जुड़ा था. सुरक्षाबलों की इस आतंकी की 6 महीने से तलाश थी. बीएसएफ के काफिले पर फायरिंग करके कायर आतंकी इसी मकान में आ छुपे थे, जिसे सुरक्षाबलों ने चारों ओर से घेर लिया. लेकिन आतंकी रुक-रुककर लगातार फायरिंग करते रहे और इसलिए आतंकियों के सफाए के लिए एक नया हथियार इस्तेमाल किया गया. इस खास गाड़ी के जरिए सुरक्षाबल उस घर के बेहद करीब पहुंचे, जहां वो छुपे हुए थे. इस गाड़ी को इंटरवेंशन व्हीकल कहा जाता है और ये बुलेटप्रूफ होती है.इस गाड़ी पर हैंड ग्रेनेड से हमले का भी कोई असर नहीं होता है. इसके अंदर 3 सैनिक बैठते हैं और बिना किसी नुकसान के ऑपरेशन को अंजाम दे सकते हैं. खास बात ये कि इससे मकान की दूसरी मंजिल में छुपे आतंकियों तक भी पहुंच जा सकता है. इस मुठभेड़ में भी ये खास गाड़ी आतंकियों का सफाया करने में बहुत मददगार साबित हुई है. मारे गए आतंकी के पास से एक AK-47 और मैगजीन के साथ एक RPG लॉन्चर और 2 RPG ग्रेनेड भी बरामद हुए हैं. 15 अगस्त को आजादी के पर्व में खलल डालने के लिए पाकिस्तान ने सारे घोड़े खोल रखे हैं, लेकिन हिंदुस्तान भी आतंक से निपटने के लिए नए तेवर के साथ तैयार है और ये नया तेवर है- बिना जान गंवाए आतंकी को जिंदा ना छोड़ने की
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