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राहुल गांधी के बयान पर विदेश मंत्री ने कहा- जवानों के लिए पिटाई शब्द का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए, जानें पूरी बात
jantaserishta.com
19 Dec 2022 11:07 AM GMT
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
हमें प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अपने जवानों की आलोचना नहीं करनी चाहिए। हमारे जवान यांग्त्से में 13 हजार फीट की ऊंचाई पर खड़े होकर हमारी सीमा की रखवाली कर रहे हैं। उनका सम्मान और सराहना की जानी चाहिए: विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 19, 2022
नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है. तवांग में हुई झड़प के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते फिर तल्ख हो गए हैं. इन तल्ख रिश्तों के साथ बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है. ऐसा ही एक बयान कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तरफ से दिया गया जिस पर काफी बवाल देखने को मिल रहा है. उन्होंने सेना के जवानों के लिए 'पिटाई' शब्द का इस्तेमाल कर दिया था. अब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस विवाद पर लोकसभा में जवाब दिया है.
हमें राजनीतिक आलोचना से कोई समस्या नहीं है लेकिन हमें अपने जवानों का अपमान नहीं करना चाहिए।जब मैं देखता हूं कि कौन सलाह दे रहा है तो मैं केवल झुक सकता हूं और सम्मान कर सकता हूं।जवानों के लिए पिटाई शब्द का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए: राहुल गांधी के बयान पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर pic.twitter.com/xsmDrvPQ9g
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 19, 2022
एस जयशंकर ने जोर देकर कहा है कि सेना के लिए पिटाई जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना ठीक नहीं है. वे इस प्रकार की भाषा के हकदार नहीं हैं. वे कहते हैं कि मैंने सुना है कि कुछ लोग मेरी समझदारी पर सवाल उठा रहे हैं. जब पता चलता है कि ये सुझाव कहा से आ रहा है, मैं सिर्फ सम्मान में झुक सकता हूं. लेकिन जवानों को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से निशाने पर नहीं लेना चाहिए. हमारे जवान तो 13000 फीट की ऊंचाई पर सीमा की रक्षा कर रहे हैं. उनके लिए पिटाई जैसे शब्द का इस्तेमाल करना ठीक नहीं. उनके लिए इस शब्द का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए.
विदेश मंत्री ने इस बात पर भी नाराजगी जाहिर की कि राहुल ने सरकार पर इस मुद्दे पर उदासीन होने का आरोप लगा दिया. जयशंकर ने दो टूक जवाब देते हुए कहा कि अगर हम चीन के प्रति उदासीन होते तो सीमा पर सेना क्यों भेजते, अगर हम उदासीन होते तो डी-एस्केलेशन और डिसइंगेजमेंट की बात क्यों करते. हम क्यों कहते कि हमारे चीन के साथ रिश्ते सामान्य नहीं हैं.
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