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कांवड़ यात्रा के रद्द होने पर सीएम ने कहा- 'हरिद्वार को महामारी का केंद्र नहीं बनाना चाहते'
Deepa Sahu
14 July 2021 9:28 AM GMT

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कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और कोविड की संभावित तीसरी लहर के चलते उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा को स्थगित कर दिया है.
कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और कोविड की संभावित तीसरी लहर के चलते उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा को स्थगित कर दिया है. यात्रा को लेकर सरकार ने मंगलवार को सचिवालय में आलाधिकारियों के साथ बैठक की और कोरोना के हालातों पर जायजा लिया लिया. इसके बाद सरकार ने कांवड़ यात्रा को रद्द करने का फैसला लिया.
बैठक के बाद मुख्यमंत्री धामी ने संवाददाताओं को बताया, ''हरिद्वार को हम कोरोना वायरस महामारी का केंद्र नहीं बनाना चाहते और लोगों का जीवन हमारे लिए प्राथमिकता है जिससे हम खिलवाड़ नहीं कर सकते.'' धामी ने कहा कि पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों से बातचीत करने के बाद यह निर्णय किया गया है. यह पूछे जाने पर कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कांवड़ यात्रा को टालना नहीं चाहते थे, धामी ने केवल इतना कहा कि ''हमने यात्रा स्थगित करने का निर्णय ले लिया है.''
यह पूछे जाने पर कि अगर कांवड़िए राज्य में घुसते हैं तो इस स्थिति से कैसे निपटा जाएगा, मुख्यमंत्री ने कहा कि वह लोगों से न आने की अपील करते हैं क्योंकि महामारी के इस दौर में लोगों का जीवन बचाना ज्यादा जरूरी है. उन्होंने कहा कि भगवान भी नहीं चाहते कि लोगों के जीवन की हानि हो.
कांवड़ यात्रा के संबंध में सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका और इसके दुष्प्रभावों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। मनुष्य जीवन की रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आगामी कांवड़ यात्रा को स्थगित रखने का निर्णय लिया गया।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 14, 2021
यूपी सरकार को झेलनी पड़ी थी किरकिरी
कोविड-19 की दूसरी लहर के प्रकोप के दौरान हरिद्वार कुंभ को लेकर प्रदेश सरकार को खासी किरकिरी झेलनी पड़ी थी और ऐसा माना जा रहा है कि अगले साल की शुरूआत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले सरकार ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहती जिससे उसे फिर फजीहत झेलनी पड़े.
इससे पहले, बैठक में कोविड के 'डेल्टा प्लस' स्वरूप के पाए जाने, कोविड की तीसरी लहर की आशंका और संक्रमण के दुष्प्रभावों के संबंध में गहन विचार-विमर्श किया गया. इस संबंध में विशेषज्ञों की राय पर भी विचार किया गया.
सीएम ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री धामी ने गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि वे पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए उनसे इस संबंध में प्रभावी कार्रवाई करने को कहें ताकि वैश्विक महामारी को रोकने में सफलता मिल सके.
यह लगातार दूसरा साल है जब महामारी के कारण कांवड़ यात्रा का संचालन नहीं किया जा रहा है. भारतीय चिकित्सा संघ ने भी हाल में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर प्रदेश और देश के हित में यात्रा को अनुमति न देने को कहा था. श्रावण माह से शुरू होने के साथ ही पखवाड़े भर चलने वाली कांवड़ यात्रा हर साल अगस्त के पहले सप्ताह तक चलती है और इस दौरान उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों से लाखों की संख्या में शिवभक्त गंगा जल लेने हरिद्वार आते हैं. गंगा जल से वे अपने गांवों के शिवालयों में भगवान शिव का अभिषेक करते हैं.
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