ओमिक्रॉन ने ली डेल्टा वेरिएंट की जगह, कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने कही ये बात
कर्नाटक। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर के ने शुक्रवार को कहा कि आंकड़े बताते हैं कि कोविड -19 (Covid-19) का डेल्टा वेरिएंट कम प्रभावी हो गया है. डेल्टा वेरिएंट की जगह अब ओमिक्रॉन ने ले ली है, दूसरों लहर में डेल्टा वेरिएंट का असर ज्यादा था. राज्य में गुरुवार तक जीनोम वेरिएंट का डेटा साझा करते हुए, मंत्री ने कहा कि कोविड-19 की चल रही तीसरी लहर में ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) अधिक प्रभावी है, जिसमें 67.5 प्रतिशत सैंपल सकारात्मक परीक्षण कर रहे हैं. इसके विपरीत, डेल्टा वेरिएंट, जो 90.7 प्रतिशत सकारात्मकता दर (Positivity Rate) के साथ दूसरी लहर के दौरान अधिक प्रभावशाली था, अब 26 प्रतिशत सकारात्मकता दर के साथ कम प्रभावी हो गया है.
कर्नाटक में किस लहर में कौन सा उपभेद हावी है? जिनोम सिक्वेंसिंग सैंपल के अनुसार, प्रमुख उपभेद निम्नलिखित हैं: दूसरी लहर के दौरान 90.7 प्रतिशत डेल्टा वेरिएंट, तीसरी लहर में 67.5 प्रतिशत ओमिक्रॉन वेरिएंट और 26 प्रतिशत कोरोनावायरस का डेल्टा वेरिएंट. सुधाकर ने ट्वीट किया.कर्नाटक में कोविड-19 के 31,198 नए मामले आने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 37,23,694 हो गई है, जबकि 50 लोगों ने संक्रमण से दम तोड़ा है जिससे मृतक संख्या बढ़कर 38,804 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी.
कर्नाटक में कोरोना के इतने मामले
स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार नए मामलों में गुरुवार की तुलना में करीब 7,000 की कमी आई है. गुरुवार को संक्रमण के 38,083 मामले आए थे. बुलेटिन में कहा गया है कि 71,092 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिली है जिससे संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या बढ़कर 33,96,093 हो गई है.संक्रमण दर और मृत्यु दर क्रमश: 20.91 प्रतिशत और 0.16 प्रतिशत है. उपचाराधीन मामलों की संख्या 2,88,767 बनी हुई है. कुल मामलों का 50 प्रतिशत बेंगलुरु में आया है, जहां संक्रमण के 15,199 मामले आए हैं. बेंगलुरु में आठ मरीजों की मृत्यु हुई है. अन्य जिलों में मैसूर में 1,877 मामले, धारवाड़ में 1,500 मामले, तुमकुरु में 1,315 और हासन में 1,037 मामले आए हैं. 11 जिलों में संक्रमण से किसी की मौत नहीं हुई है.