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भारत में पैर पसार रहा ओमिक्रॉन, कल कोरोना की स्थिति पर बड़ी मीटिंग करेंगे पीएम मोदी
jantaserishta.com
22 Dec 2021 5:29 AM GMT
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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल देश में कोरोना से संबंधित स्थिति की समीक्षा बैठक करेंगे.
भारत में ओमिक्रॉन से संक्रमित शुरुआती मरीज ने बताया अपना हाल
दिल्ली के रोहिणी में रहने वाले 27 वर्षीय साहिल ठाकुर लॉजिस्टिक्स का काम करते हैं. हाल ही में वह अपना बिजनेस एक्सप्लोर करने के लिए दुबई गए थे. दुबई में बिजनेस का काम पूरा करने के बाद वह भारत वापस लौटे. इस दौरान चार दिसंबर को भारत आने से पहले दुबई (Dubai) में उनका कोरोनावायरस (Coronavirus) टेस्ट किया गया, जिसमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई. वहीं, जब वह दिल्ली लौटे और यहां पर कोविड टेस्ट (Covid Test) किया गया, तो उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई. इस तरह वह संक्रमित पाए गए.
साहिल ने बताया कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने से पहले वह घर पर ही रह रहे थे. उन्होंने कहा कि यात्रा के दो दिन बाद जब रिपोर्ट आई, तो पता चला कि वह ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हुए हैं. इसके बाद रात के 11 बजे फोन आया कि उन्हें अस्पताल में भर्ती होना होगा. साहिल ने कहा कि पहले उन्होंने अस्पताल में भर्ती होने से इनकार किया. लेकिन दूसरे ही दिन सुबह एंबुलेंस के साथ तीन चार पुलिस की गाड़ियां भी उनके घर पहुंच गईं. उन्होंने कहा कि मुझे दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में ले जाया गया.
ठाकुर ने बताया कि अस्पताल में उनमें एक भी कोविड लक्षण देखने को नहीं मिला. भले ही वह संक्रमित हैं, लेकिन अभी तक उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि उन्हें गले में कोई दिक्कत नहीं थी और न ही बुखार आया हुआ था. अगर टेस्ट नहीं किया गया होता, तो मुझे पता ही नहीं चलता कि मुझे ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) है. उन्होंने बताया कि फिलहाल वह कोविड निगेटिव हैं, दो बार कोविड टेस्ट भी किया गया है. अस्पताल से आने के बाद मेरी तबीयत खराब नहीं हुई है.
साहिल ने बताया कि मुझे आइसोलेशन में रहना पड़ा, उससे पहले अस्पताल में समय गुजारना पड़ा. अस्पताल में जितने मरीज थे, उनमें से अधिकांश में कोई भी लक्षण नहीं थे. सभी मरीजों को देखकर ऐसा लग रहा था कि उन्हें बस ऐसे ही भर्ती करके रखा गया है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में मेरे साथ अच्छा व्यवहार किया गया. वहां अच्छी व्यवस्था थी. तीनों वक्त बढ़िया खाना दिया जाता था. मुझे पता भी नहीं चला कि मैं संक्रमित हूं. मुझमें एक भी लक्षण नहीं थे, इस दौरान मैंने कोई भी दवाई भी नहीं ली.
ये वेरिएंट जीवन के लिए खतरा नहीं है
भारत लौटे बिजनेसमैन ठाकुर ने बताया कि मैं ठीक महसूस कर रहा था, तो अस्पताल में कोई भी दवा नहीं ली. जब मुझे मेरी तबीयत ठीक नहीं लगती थी, तब दवा लेता था. उन्होंने कहा कि जब शुरू में ओमिक्रॉन वेरिएंट के बारे में पता चला तो मैं चिंतित हो गया था. अस्पताल ले जाने के लिए पुलिस की गाड़ी आ गई थी. लेकिन सरकार का इस तरह का कदम उठाना ठीक है. मेरे घर के नीचे चार गार्ड्स खड़े हैं. वे दिन और रात मौजूद रहते हैं. जिस दौरान मैं संक्रमित था, उस समय भारत में दो ही केस थे. मुझे लग रहा था कि मेरी किस्मत इतनी खराब थी.
साहिल ने कहा कि मुझे इस पर यकीन नहीं हो रहा था, क्योंकि मैं दुबई से भारत आया था. उस समय अफ्रीका में ज्यादा मामले थे, ऐसा लगा कि आखिर मैं ही क्यूं. समय बीतने पर लगा कि सब सामान्य है और ये सामान्य फ्लू से भी ज्यादा कमजोर है. उन्होंने कहा कि लोगों को सावधान रहना चाहिए, लेकिन डरने जैसा कुछ नहीं है. मैंने जिन लोगों से मुलाकात की है, उनमें से कोई भी संक्रमित नहीं हुआ है. हम लोग वैक्सीनेटेड भी हैं, तो ज्यादा असर नहीं दिखा. ये वेरिएंट जीवन के लिए खतरा नहीं है, इतना मैं कह सकता हूं.
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