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इतना खतरनाक है ओमिक्रॉन, वैक्सीन के प्रभाव को भी कर सकता है कम

Nilmani Pal
14 Dec 2021 1:48 PM GMT
इतना खतरनाक है ओमिक्रॉन, वैक्सीन के प्रभाव को भी कर सकता है कम
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आशंका जाहिर की है कि कोरोना के नए वेरिएंट (New Covid Variant) की वजह से हॉस्पिटलाइजेशन और मौतों (Deaths) की संख्या बढ़ सकती है. ओमिक्रॉन (Omicron) को लेकर WHO ने कहा- 'अब जबकि वेरिएंट ऑफ कंसर्न से संबंधित मामले दुनियाभर में बढ़ रहे हैं तो हमारी आशंका है कि हॉस्पिटलाइजेशन और मौतों की संख्या बढ़ सकती है.' WHO ने यह भी कहा है कि ओमिक्रॉन के बारे में और स्पष्ट जानकारी के लिए अभी ज्यादा डेटा की जरूरत है. WHO ने दुनियाभर के देशों से ओमिक्रॉन का ज्यादा से ज्यादा डेटा कलेक्शन (Data Collection) करने की अपील भी की है. संगठन का मानना है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट दुनिया में अपना असर छोड़ सकता है, लेकिन अभी इसके बारे में कोई भी बात कहना जल्दबाजी होगी. संगठन के मुताबिक जैसे जैसे डेटा सामने आते जाएंगे, तस्वीर साफ होती चली जाएगी.

वैक्सीन के प्रभाव को भी कम करता है ओमिक्रॉन

बता दें कि एक दिन पहले डब्ल्यूएचओ ने एक अध्ययन के आधार पर कहा था कि ओमिक्रॉन वेरिएंट डेल्टा (Delta) से ज्यादा तेजी से फैलने के साथ ही वैक्सीन के प्रभाव को भी कम करता है. लेकिन दूसरी तरफ यह भी कहा है कि डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले ओमिक्रॉन से होने वाला संक्रमण कम घातक है. संक्रमित व्यक्ति में दिखने वाले लक्षण डेल्टा के मुकाबले बहुत कम गंभीर होते हैं. इस बीच ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि दो डोज वाली वैक्सीन ओमिक्रॉन के खिलाफ पर्याप्त एंटीबॉडी नहीं तैयार करती हैं. ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने पाया है कि ओमिक्रॉन के कारण पहले वैक्सीनेशन करवा चुके लोगों में भी संक्रमण बढ़ सकता है.

अभी तक हुई रिसर्च के मुताबिक ओमिक्रॉन गंभीर संक्रमण नहीं करता लेकिन कम्यूनिटी इन्फेक्शन का खतरा डेल्टा के मुकाबले कहीं ज्यादा है. अभी तक सामने आए मामलों में संक्रमित व्यक्ति में लक्षण गंभीर नहीं पाए गए हैं. यह काफी हल्के हैं. लेकिन डबल्यूएचओ ने यह भी कहा है कि अभी यह सब निष्कर्ष बहुत शुरुआती अध्ययन के आधार पर निकाले गए हैं. अभी तक हुए अध्ययन के आधार पर किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना ठीक नहीं है.

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