सीतापुर। जनपद सीतापुर में भूतों का कोविड वैक्सीनेशन करने का सनसनी मामला सामने आया है। यहां एक वर्ष पूर्व दंपत्ति की मौत होने के बावजूद भी उनका कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया। स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही के चलते महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। एसीएमओ ने पूरे मामले में जांच के आदेश जारी किए हैं।
भूतों का लगी कोविड वैक्सीन
मामला रामपुर मथुरा ब्लॉक का है। यहां की ग्राम पंचायत गणचपा के गांव हरदिया निवासी बालकराम का कहना है कि उसके पिता अंगनू की मौत एक वर्ष पूर्व और उसकी मां रामदेई की मौत लगभग चार माह पूर्व हुयी थी। बेटे बालकराम का कहना है कि उनके आधार नंबर और नाम के अनुसार कोविड वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट 9 अगस्त को जारी कर दिया गया है। बेटे का कहना है कि जब उसके माता पिता की मौत एक वर्ष पूर्व हो चुकी है, तो उनको वैक्सीन कैसे लगी और सबसे बड़ी बात यह है कि उनका सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया है। बेटे के मुताबिक उसके पिता की मौत 27 जून 2020 और मां की मौत चार माह पूर्व हुयी थी। वहीं मृत व्यक्तियों के सर्टिफिकेट जारी होने से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
जांच के जारी हुए आदेश
वहीं दोनों की मौत के एक साल बाद कोविड 19 वैक्सीनेशन के बाद जारी होने वाले प्रणाम पत्र ने वैक्सीनेशन की जमीनी हकीकत भी बयां कर दी है। लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि वैक्सीनेशन के आंकड़ों का पूरा करने के लिए ही यह खेल खेले जा रहे है। एडिश्नल सीएमओ पीके. सिंह का कहना है कि मामले की जानकारी मीडिया के माध्यम से मिली है और उसकी जांच पड़ताल की जा रही है। उनका कहना है कि बगैर आधार कार्ड के रजिस्ट्रेशन नहीं होता है, लेकिन अगर ऐसा कुछ हुआ है तो इसकी जांच करायीई जा रही है।