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वन विभाग की टीम पहुंची.
बहराइच: बहराइच में भेड़िए के आतंक की दहशत बदायूं तक फैली हुई है। बुधवार भोर में यहां भटककर आए सियार को लोगों ने भेड़िया समझकर पीटना शुरू कर दिया। मामले की जानकारी पर पहुंची वन विभाग की टीम ने उसे बचाया। उसे रेस्क्यू कर इलाज के लिए पशु प्रेमी विकेंद्र शर्मा की सुपुर्दगी में दिया गया है। वहीं रिहायशी इलाके में सियार कहां से आया, इसकी वन विभाग के जिम्मेदार जांच की बात कह रहे हैं। घटनाक्रम सुबह तकरीबन पांच बजे का है।
शहर के गद्दीचौक इलाके में एक सियार कहीं से भटकता हुआ आ गया। यहां कई लोग दुधारू पशु पालकर उनका दूध बेचते हैं, ऐसे में यहां के लोग सुबह जल्दी उठते हैं। सियार ने वहां बंधी कुछ गायों पर हमला कर दिया। यह देख लोगों को लगा कि भेड़िया आ गया है। शोर मचा तो आसपास इलाके के तमाम लोग एकत्र हो गए। घेराबंदी करके लाठी-डंडों से सियार पर हमला कर दिया गया। उसे दौड़ाकर पीटा गया तो आसपास क्षेत्र में भी अफरातफरी मच गई। इसी बीच किसी ने वन विभाग के जिम्मेदारों की इसकी सूचना दी। इस पर वन दरोगा अशोक कुमार आदि वहां पहुंचे तो सियार को पीटने वाले वहां से सरक लिए।
वन विभाग ने सियार का मौके पर ही प्राथमिक इलाज कराया। पशु प्रेमी को भी वहीं बुला लिया गया और बाद में सियार को जाल में बंद कर उन्हें सौंप दिया गया। अब उसकी हालत सामान्य होने पर उसे प्राकृतिक परिवेश में रिलीज किया जाएगा।
जिन गोवंशों पर सियार ने हमला किया है। उनका भी वैक्सीनेशन कराया जाएगा। वजह है कि सियार में रैबीज काफी ज्यादा मात्रा में होता है। ऐसे में इन पशुओं में रैबीज फैलने की आशंका बढ़ गई है। इनका दूध भी लोग खरीदने आते हैं और उसमें भी रैबीज के लक्षण न आ जाएं, इस लिहाज से इन पशुओं को भी एआरबी लगवाई जाएगी।
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