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फ्रस्ट्रेशन के शिकार हैं उमर अब्दुल्ला : कविंदर गुप्ता

Nilmani Pal
25 July 2024 11:55 AM GMT
फ्रस्ट्रेशन के शिकार हैं उमर अब्दुल्ला : कविंदर गुप्ता
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श्रीनगर srinagar news। भारत में रह रहे अमेरिकी नागरिकों को भारत के कुछ हिस्सों की यात्रा की अनुमति नहीं दिए जाने के मामले में Jammu Kashmir National Conference जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि मोदी सरकार कुछ भी बदलने में सक्षम नहीं है। इस पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने प्रतिक्रिया दी है। कविंदर गुप्ता ने कहा कि उमर अब्दुल्ला फ्रस्ट्रेशन के शिकार हैं। ये लोग तीन पीढ़ियों से लगातार 65 साल तक सत्ता में रहे। अब लोगों ने उन्हें बुरी तरह से हरा दिया है, इसलिए उनकी फ्रस्ट्रेशन बनी रहेगी। अब ये लोग सच को गलत साबित करने में लगे हैं। हाल ही में उमर अब्दुल्ला बिना सुरक्षा के घूमने निकल गए। अगर जम्मू-कश्मीर में ऐसी स्थिति पैदा हुई है, तो इसका श्रेय भाजपा को जाता है। उन्हें यह बात समझनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि उन्हें बचपन से ही सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। यह उनके परिवार की पारंपरिक व्यवस्था थी। पत्थरबाज और जमात-ए- इस्लामी, हुर्रियत और पाकिस्तानी झंडा कहां हैं, जिनकी वह हमेशा वकालत करते रहे हैं? कविंदर गुप्ता ने कहा कि अमर अब्दुल्ला वही भाषा बोलेंगे। उनसे यही उम्मीद की जा सकती है। भारत ने जी-20 के जरिए पूरी दुनिया को दिखा दिया कि कश्मीर में क्या सुधार हुआ है। अमर अब्दुल्ला इस पर कोई सर्टिफिकेट नहीं दे सकते।

अमर अबदुल्ला ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा था कि अमेरिकी नागरिकों को जम्मू-कश्मीर न जाने की सलाह देकर 'आतंकवादी हमलों' और 'हिंसक नागरिक अशांति' की ओर इशारा किया गया है। साथ ही नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय और पाकिस्तानी सेनाओं के बीच ‘छिटपुट हिंसा’ की स्थिति बन रही है। उन्होंने आगे लिखा, "नए जम्मू-कश्मीर के लिए यही काफी है। जी-20 में जम्मू-कश्मीर में शांति के लिए तमाम कोशिशों के बावजूद अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से ऐसी ट्रैवल एडवाइजरी जारी की गई है। मोदी सरकार कुछ भी बदलने में सक्षम नहीं है।"

हाल ही में अमेरिका ने भारत में रहने वाले अपने नागरिकों के लिए एक नई एडवाइजरी जारी की है। इसमें उन्हें मणिपुर, जम्मू-कश्मीर, भारत-पाकिस्तान सीमावर्ती इलाकों और देश के मध्य और पूर्वी हिस्सों में न जाने की सलाह दी गई है। साथ ही उन इलाकों में भी न जाने को कहा गया है जहां नक्सली और आतंकवाद सक्रिय हैं।

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