ओलंपियन बजरंग, साक्षी, विनेश अमित शाह से मिले, चिंताएं साझा कीं
पहलवानों के एक करीबी सूत्र ने आईएएनएस को बताया, "उन्होंने गृहमंत्री के साथ अपनी चिंता साझा की। बैठक लंबी चली और उन्होंने सब कुछ सुना। लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है।" बजरंग, साक्षी और विनेश 23 अप्रैल से पहलवानों के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं और डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर एक नाबालिग सहित कई पहलवानों के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगा रहे हैं।
विरोध करने वाले पहलवानों को 28 मई को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया था और विरोध स्थल जंतर मंतर से टंगे तिरपाल सहित उनका सारा सामान हटा दिया। पहलवान यह कहकर हरिद्वार गए थे कि वे अपने मेडल गंगा नदी में प्रवाहित करना चाहते हैं, क्योंकि न्याय की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है। किसान नेताओं के अनुरोध पर उन्होंने मेडल गंगा में बहाने का इरादा छोड़ दिया और पांच दिन की मोहलत देकर मेडल किसान नेता नरेश टिकैत को सौंप दिया।
किसानों के खाप नेताओं ने अब पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए 9 मई से फिर जंतर मंतर पर उन्हें धरना देने की सलाह दी है और अनुमति नहीं मिलने पर देशभर में किसानो के जरिए आंदोलन शुरू करवाने का भरोसा दिया है।