अतिक्रमण हटाने के दौरान अफसरों पर पत्थर से Attack, कब्जादारों के साथ हुई झड़प
नोएडा। ग्रेटर नोएडा Greater Noida के एक गांव में बुधवार को अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान कथित रूप से उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों पर अनधिकृत कब्जाधारियों ने हमला कर दिया. इसके बाद बाद स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण GNIDA के अधिकारियों के साथ हुई झड़प में एक ग्रामीण घायल हो गया. ये अधिकारी स्थानीय पुलिस दल के साथ बिसरख थाना क्षेत्र के इटेहड़ा गांव गए थे. लखनऊ के अकबरनगर में भी मंगलवार को 100 मकान एलडीए और नगर निगम ने तोड़े. दोपहर में एक मस्जिद गिराने के दौरान भीड़ जमा हो गई थी. वहीं शाम को एक जेसीबी पलट गई. हालांकि ड्राइवर सुरक्षित है.
Additional DCP एडिशनल डीसीपी (सेंट्रल नोएडा) हिरदेश कठेरिया ने बताया, "अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए इटेहड़ा गांव गई GNIDA टीम के साथ पर्याप्त संख्या में पुलिस दल भी था. GNIDA अधिकारियों ने बताया कि अवैध कॉलोनियों में रहने वालों ने अभियान का विरोध किया और उन पर पत्थर फेंके." हिरदेश कठेरिया ने कहा, "इस संबंध में आरोपी मेनपाल और अन्य की तरफ से भी शिकायत मिली है. एसीपी सेंट्रल नोएडा-2 मामले की जांच कर रहे हैं. गांव के इलाके में कानून-व्यवस्था कंट्रोल में है और आगे की कार्यवाही चल रही है."
GNIDA ने कहा कि उसने करीब 15 साल पहले गांव में जमीन, खास तौर पर खसरा नंबर 435 का अधिग्रहण किया था. ज्यादातर किसानों को मुआवजा मिल चुका है, जबकि जिन किसानों को मुआवजा नहीं मिला है, उनका मुआवजा जिला प्रशासन के पास जमा करा दिया गया है. नोटिस के बावजूद, कुछ अनधिकृत कब्जेदारों ने 1.68 हेक्टेयर जमीन के कुछ हिस्सों पर दुकानें बनाना जारी रखा. जीएनआईडीए ने कहा कि बुधवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वर्क सर्किल 3 की एक टीम सुरक्षा कर्मियों और पुलिस के साथ अवैध ढांचों को ध्वस्त करने के लिए मौके पर पहुंची थी. जैसे ही कार्रवाई शुरू हुई, कब्जेदार अन्य लोगों के साथ मौके पर पहुंचे और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. उन्होंने प्राधिकरण की टीम पर पत्थरों से हमला किया, जिससे सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. इस टकराव के दौरान, अनधिकृत कब्जेदारों में से एक भी घायल हो गया.