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मंत्री बनाने के लिए ऑफर, 4 ठगों को दबोचा गया, जानें पूरा मामला
jantaserishta.com
20 July 2022 8:35 AM GMT
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है.
मुंबई: राष्ट्रीय पार्टी के एक विधायक को कैबिनेट मंत्री का पद दिलाने के नाम पर 90 करोड़ रुपये की मांग करने वाला एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. इस मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटोर्सेशन (AEC) ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन हो चुका है और मंत्रिमंडल का विस्तार कब और इसमें किस-किसका नाम होगा, इस पर फिलहाल सभी का ध्यान है. इसी वजह से कई विधायक नंदनवन (एकनाथ शिंदे का बंगला) और सागर (देवेंद्र फड़नवीस का बंगला) के चक्कर लगा रहे हैं. इसी बात का फायदा लेने के फिराक में चार आरोपियों ने 3 विधायकों को कैबिनेट में मंत्री पद दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने की कोशिश की. 90 करोड़ रुपये ठगने की कोशिश करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों की पहचान कोल्हापुर के रहने वाले रियाज शेख (41), ठाणे के रहने वाले योगेश कुलकर्णी (57), सागर संगवाई (37) और जफर अहमद राशिद अहमद उस्मानी को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है.
विधायक राहुल कुल से आरोपी रियाज शेख ने 12 जुलाई को संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया. तब आरोपी शेख ने विधायक के पीए से संपर्क किया. आरोपी ने बताया कि वह दिल्ली से आया है और विधायक को मंत्री पद दिलाने की बात कही. उसके अगले दिन पीए ने विधायक कुल के साथ एक बात की, जिसके बाद उन्होंने शेख को नरीमन पॉइंट के एक होटल पर मिलने के लिए बुलाया. विधायक कुल ने एक पोर्टफोलियो की बात की जिस पर आरोपी शेख ने कहा कि इसके लिए आप को 90 करोड़ देने पड़ेंगे. विधायक रुपये देने के लिए तैयार था, तभी आरोपी शेख ने कहा कि पहले आप को रकम का 20 प्रतिशत यानी 18 करोड़ रुपये एडवांस में देने होंगे.
विधायक ने अगले दिन ट्राइडेंट होटल में बुलाया और एडवांस देने को कहा. इस बात की जानकारी कुल ने पुलिस को दी, पुलिस ने ट्रैप लगाया. आरोपी शेख जैसे ही सोमवार दोपहर करीब 1.30 बजे होटल पहुंचा तभी पुलिस ने उसको हिरासत में ले लिया. होटल में विधायक कुल, उनके पीए और एक अन्य बीजेपी के विधायक होटल में मौजूद थे. पूछताछ के दौरान, शेख ने दो और आरोपी कुलकर्णी और सांगवई की भूमिका को जानकारी साझा की, जिसके बाद इन दोनों को भी सोमवार देर रात ठाणे से गिरफ्तार किया गया.
कुलकर्णी और सांगवई ने बताया कि नागपाड़ा के उस्मानी नाम के एक व्यक्ति ने दावा किया था कि वह दिल्ली में एक व्यक्ति को जानता है जो लॉबिंग करता है. व्यक्ति पैसे के बदले में मंत्री पद दिलाता है, ऐसा बताया और वो 50-60 करोड़ रुपये लेता है. बाकी रकम हम सब आपस में बांट लेंगे इस लालच में ये लोग आ गए थे. इसके बाद पुलिस ने नागपाड़ा के आसपास जाल बिछाया और मंगलवार की सुबह उस्मानी को गिरफ्तार कर लिया. चारों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद कोर्ट ने पुलिस कस्टडी में भेज दिया. पुलिस अब ये पता करने में जुट गई कि क्या आरोपियों ने इससे पहले भी किसी को ठगा है.
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