नूंह हिंसा: मुख्य आरोपी ने पुलिस से कहा, धमकी मिलने का लिया बदला
हरियाणा। नूंह हिंसा मामले में फरीदाबाद से गिरफ्तार राजकुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी का गुरुवार को एक दिन का पुलिस रिमांड पूरा होने के बाद उसे अदालत में पेश किया गया। वहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में फरीदाबाद के नीमका जेल भेज दिया गया। पुलिस के मुताबिक उसे सुरक्षा के लिहाजा से स्थानीय जेल में नहीं रखा गया। बताया जा रहा है कि पूछताछ के दौरान पुलिस ने उसकी निशानदेही पर आठ तलवारें बरामद की है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। गौरतलब है कि 31 जुलाई को नूंह में बृजमंडल यात्रा निकाली गई थी। इस दौरान हिंसा भड़क गई थी। इसमें दो होमगार्ड समेत छह लोगों की मौत हो गई। जबकि 88 घायल हो गए।
हजारों उपद्रवियों ने साइबर थाना समेत कई स्थानों पर तोड़फोड़ की। पूरे छह घंटे तक नूंह जलता रहा। आरोप है कि इस दौरान बिट्टू बजरंगी ने एक महिला पुलिस अधिकारी सामने हथियार का प्रदर्शन किया था। साथ ही बवाल किया था। इसके अलावा सरकारी कार्य में बाधा डाला था। अतरिक्त पुलिस अधीक्षक उषा की शिकायत पर सदर नूंह थाना में बिट्टू व उसके करीब 20 सहयोगियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया। 15 अगस्त को दोपहर में नूंह पुलिस ने उसे पवर्तीया कॉलोनी से दबोचा गया। वहीं, हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने गुरुवार को नूंह जिला आयुक्त और पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर हिंसाग्रस्त क्षेत्र का जायजा लिया और पीड़ितों को न्याय देने का वादा किया।
सूत्रों की मानें तो एक दिन की रिमांड मिलने के बाद बिट्टू से तीन टीमों ने पूछताछ की। तावडू क्राइम ब्रांच, साइबर थाना व सदर नूंह की टीम ने पूछताछ की। बताया जा रहा है कि पूछताछ उसने कहा कि गलती हो गई। उसने बताया कि उसे नहीं पता था कि उसके वीडियो वायरल होने से हिंसा हो जाएगी। सूत्रेां के अनुसार बिट्टू ने पूछताछ में बताया है कि उसे काफी समय से नूंह के लोग व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर धमकाते थे। इस आवेश में उन्होंने 31 जुलाई को वायरल वीडियो में भड़काऊ बायान दिया था।