
कुल्लू। मनाली में आयोजित राष्ट्र स्तरीय विंटर कार्निवाल के चौथे मनाली के वामतट की महिलाओं ने माल रोड में कुल्लवी नाटी डालकर संस्कृति के संरक्षण व संवद्र्धन का संदेश दिया। दाएं तट के 123 महिला मंडलों की 1200 से अधिक महिलाओं ने नाटी डाली। विंटर कार्निवाल का आकर्षण रहने वाली महानाटी में बाएं व दाएं तट …
कुल्लू। मनाली में आयोजित राष्ट्र स्तरीय विंटर कार्निवाल के चौथे मनाली के वामतट की महिलाओं ने माल रोड में कुल्लवी नाटी डालकर संस्कृति के संरक्षण व संवद्र्धन का संदेश दिया। दाएं तट के 123 महिला मंडलों की 1200 से अधिक महिलाओं ने नाटी डाली। विंटर कार्निवाल का आकर्षण रहने वाली महानाटी में बाएं व दाएं तट की महिलाओं में मुकाबला हुआ। शुक्रवार को दाएं तट की महिलाओं ने प्रतिस्पर्धा में भाग लिया। इससे पहले तीन जनवरी को वामतट की महिलाओं ने महानाटी डाली थी। पहले स्थान पर रहने वाली टीम को एक लाख रुपए इनाम मिलेगा, जबकि दूसरे स्थान वाली टीम को 50 हजार से संतोष करना पड़ेगा। मनाली के मालरोड पर सुबह 11 बजे कुल्लवी परिधानों में सजकर महिलाओं ने शानदार नृत्य किया। मंच से कुल्लूवी गायकों ने अपनी टीम के साथ कुल्लवी गीत गाकर सभी महिलाओं को थिरकने पर विवश किया। इस महानाटी को देखकर मनाली पहुंचे हजारों पर्यटक हिमाचली संस्कृति के दीवाने हो गए।
महानाटी आयोजन समिति के सदस्य बालक राम ने कहा कि महिलाओं ने पौराणिक आभूषणों में चंद्रहार, बालू, बाजू बंद, पंजेब, तीन फूल वाले पट्टू पहनकर कुल्लवी नृत्य किया और संस्कृति के संरक्षण पर बल दिया। मनाली के एसडीएम रमण कुमार शर्मा ने बताया कि विंटर कार्निवाल को सफल बनाने के हरसंभव प्रयास किए गए हैं। विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने कहा कि मानव जाति के विकास के इतिहास में संस्कृति की भूमिका महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि संस्कृति का संरक्षण व संवद्र्धन जरूरी है और मनाली की महिलाओं ने खूबसूरत महा नाटी डालकर महिला सशक्तिकरण सहित संस्कृति का संरक्षण व संवद्र्धन का संदेश दिया। विंटर कार्निवाल के चौथे दिन फैशन शो ने खूब वाहवाही लूटी। जागृति कला मंच मनाली के कलाकारों सहित सूर्य संस्कृति दल बनोगी, द वॉरियर दल कुल्लू और परफेक्ट डांस क्लब जम्मू के कलाकारों ने फैशन के जलबे बिखेरे। कार्निवाल के चौथे दिन मनु रंगशाला में सांस्कृतिक कायक्रमों की धूम रही। अंत मे टेलेंट शो प्रतियोगिता शुरू हुई। इस प्रतियोगिता में छह टीमों ने भाग लिया। कुल्लुत सांस्कृतिक कला संगम कुल्लू, लोक नाच एकेडमी फिरोजपुर, जागृति कला मंच मनाली, हरी हर नद, ब्लैक स्पाइडर और रुद्रा दि अल्टीमेट के कलाकारों ने समा बांधा।
