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भारत। चीन में कोरोना का कोहराम देखते हुए केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शनिवार को कहा कि चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से भारत आने वाले यात्रियों में कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाने के लिए उनकी आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य की जाएगी।
मांडविया ने कहा कि इन देशों के किसी भी यात्री में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण पाए जाने या जांच में उनमें संक्रमण की पुष्टि होने पर उन्हें पृथक रखा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इन देशों से आने वाले यात्रियों को एक फॉर्म भरकर अपनी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी देनी होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन और अन्य देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को देखते हुए बृहस्पतिवार को लापरवाही के प्रति आगाह करते हुए कड़ी निगरानी का आह्वान किया था।
उन्होंने निर्देश दिया था कि फिलहाल जारी निगरानी उपायों को, विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर लागू उपायों को मजबूत किया जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले ही नागरिक उड्डयन मंत्रालय से कहा है कि वह शनिवार से प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय उड़ान से भारत आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत की हवाई अड्डों पर कोविड जांच सुनिश्चित करे, ताकि देश में कोरोनो वायरस के किसी भी नए स्वरूप की दस्तक के खतरे को कम किया जा सके। इसके अलावा चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी देने के लिए कोविड-19 एयर सुविधा फॉर्म भरना अनिवार्य किया गया है।
बता दें कि इससे पहले अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आने वाले कुछ यात्रियों का शनिवार से रैंडम कोरोना वायरस जांच परीक्षण शुरू कर दिया है। नागर विमानन मंत्रालय ने शुक्रवार को इस बारे में दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा कि चालक दल के सदस्यों को इसके लिए चुने गए यात्रियों को हवाई अड्डे में स्थित जांच सुविधा तक लाना होगा।
Admin4
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